UP Moradabad : टिड्डी दल के हमले की आशंका पर हाई अलर्ट
राजस्थान और मध्य प्रदेश के बाद यूपी में टि्डडी दल के हमले से मुरादाबाद भी हिल गया है। पश्चिमी यूपी के कई जिलों में टिड्डी दल के हमले की सूचना के बाद कृषि और गन्ना दोनों विभागों ने एलर्ट जारी कर दिया है। दवाइयों की व्यवस्था की जाने लगी है। मंडल के पांचों जिलों में सभी संबंधित अफसरों को पत्र जारी कर दिए गए हैं। गन्ने की फसल पर ज्यादा हमले की आशंका से गन्ना विभाग ने कहा कि शाम के समय जब बसेरा होता है उस वक्त इनका पता लगाया जा सकता है।
माना जा रहा है कि किसी भी वक्त इसका प्रकोप हो सकता है। एक दिन में टिड्डी दल सौ से डेढ़ सौ किमी तर सफर तय करता है। मुरादाबाद मंडल में टिड्डी दल के प्रकोप को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। विभन्न राज्यों के बाद यूपी के कई जिलों तक टिड्डी दल फसलों को चट करने पहुंच गया है। पश्चिमी यूपी के बुलंद शहर में भी इसका प्रकोप देखा गया है। वहीं शाहजहांपुर समेत यूपी के कुछ जिलों में इसके प्रकोप की खबर मिली है। किसानों से कहा गया है कि समूह में रहने वाला टिड्डी दल डरपोक स्वभाव का है आकाश में यह दल दिखाई दे तो खेतों के आसपास धुआं करें। जिससे वह आपके खेत में न बैठ कर आगे निकल जाएगा। आवाज से भी यह भागता है। किसानों को चाहिए टीन बजा कर ढोल या अन्य तरह से आवाज करके इनको भगाया जा सकता है।
शाम सात बजे के बाद लें फसलों का जायजा
टिड्डी दल का अभी प्रकोप मंडल में नहीं है पर ऐतिहातन मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा, बिजनौर और संभल सभी जिलों को पत्र जारी किया है। टिड्डी दल से बचाव को दवाई का इंतजाम भी किया जा रहा है। सभी किसान सतर्क रहें और टिड्डी दल के दिखाई देने पर सूचना दें। जिससे समय रहते इनसे बचाव के लिए उपचार किया जा सके।
सीएल यादव , कृषि उप निदेशक मुरादाबाद
रासायनिक उपचार इस तरह से करें
फेनुवल डस्ट या मैलाथियान 10 किग्रा प्रति एकड़ की दर से डस्टर से बुरकाव किया जा सकता है। जिला गन्ना अधिकारी अजय सिंह बताते हैं कि इसके लिए प्रात: काल का समय उपयुक्त है जिससे यह पत्तियों में चिपक जाएगा क्लोरोपाइरीफास 50 ईसी 200 एमएल प्रति एकड़ की दर से 200 लीटर पानी में घोल बना कर छिड़काव भी किया जा सकता है। रात ग्यारह बजे से सुबह आठ बजे तक इसका समय उपयुक्त है।
डेढ़ हजार बच्चे छोड़ कर उड़ जाती मादा