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21 जून, 2020 का पहला सूर्य ग्रहण , यह वलयाकार ग्रहण भारत समेत दुनिया के तमाम देशों में देखा जायेगा

21 जून, 2020 का पहला सूर्य ग्रहण , यह वलयाकार ग्रहण भारत समेत दुनिया के तमाम देशों में देखा जायेगा


रविवार 21 जून को साल 2020 का पहला सूर्य ग्रहण होगा, यह वलयाकार ग्रहण भारत समेत दुनिया के तमाम देशों में देखा जा सकेगा। आइए विभिन्‍न राशियों पर इसके साप्‍ताहिक असर के बारे में जानते हैं।

मेष - सूर्य ग्रहण मेष राशि के चौथे घर को प्रभावित करेगा, इसके चलते उन्‍हें घरेलू मामलों के प्रति अधिक ध्‍यान देना होगा। पेशेवर लोग कठिन दौर से गुजर सकते हैं क्योंकि कार्यस्‍थल पर अपनी स्थिति बनाए रखने के लिए उन्‍हें कठिन प्रयास करना होगा। इस अवधि के दौरान किसी बड़े लाभ की संभावना नहीं है। स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहें क्योंकि पिछली बीमारियां कठिनाई पैदा कर सकती हैं। उपाय- आप हरिवंश पुराण पढ़ सकते हैं।

वृषभ - सूर्य ग्रहण वृषभ राशि के तीसरे घर को प्रभावित करेगा। तीसरा घर साहस, संचार और भाई-बहनों के लिए है। वृषभ राशि के जातकों को अटकलों या जोखिमों से बचना पड़ेगा। सीनियर्स के साथ कम्‍यूनिकेशन बनाकर रखें। भाई-बहनों का ध्यान रखने की आवश्यकता हो सकती है। हालांकि, वृष राशि पर सूर्य ग्रहण का अधिक नकारात्‍मक असर नहीं होगा। उपाय: आप गौशाला में दान-पुण्य कर सकते हैं। साथ ही, लक्ष्मी मंत्र 'ओम लक्ष्म्यै नमः' का जाप करें।

मिथुन - सूर्य ग्रहण मिथुन राशि के दूसरे घर को प्रभावित करेगा। यह धन व परिवार का घर है। इस दौरान अनावश्‍यक खर्चों पर नजर रखें, पारिवारिक व्‍यय बढ़ सकते हैं। किसी नेत्र रोग विशेषज्ञ के पास जाने की आवश्यकता हो सकती है क्योंकि कुछ नेत्र समस्याओं के कारण असुविधा हो सकती है। उपाय: आप भगवान विष्णु की पूजा करें।

कर्क - इस राशि के जातकों अपने स्‍वास्‍थ्य पर ध्‍यान देने की जरूरत है। फेफड़े से संबंधित समस्याओं पर ध्‍यान दें। वित्तीय मोर्चे पर, खर्च बढ़ सकता है और आकस्मिक जरूरतों को पूरा करने के लिए धन की आवश्‍यकता हो सकती है। उपाय: आप भगवान शिव की पूजा व शिव मंत्र का जाप करें।

सिंह - सिंह राशि के जातकों के लिए बारहवें घर में सूर्य ग्रहण होगा, इसलिए उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, धन के नुकसान से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं और इसलिए अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना और थोड़ी सी भी समस्‍या होने पर चिकित्‍सकीय परामर्श लेना उचित रहेगा। उपाय: आपको गायत्री मंत्र का पाठ करना चाहिए।

कन्या - इस राशि के जातकों के ग्यारहवें घर में सूर्य ग्रहण की घटना उन्‍हें मौद्रिक लाभ दे सकती है जो उन्हें आर्थिक रूप से स्थिर बना सकता है। धन का आगमन उनकी सभी दीर्घकालिक इच्छाओं को पूरा कर सकता है। व्यक्तिगत संबंध आनंदमय और सामंजस्यपूर्ण हो सकते हैं। उपाय: आपको 'श्रीमद् भागवत कथा' पढ़नी चाहिए।

तुला - तुला राशि के दसवें घर में सूर्य ग्रहण होगा, जो व्यवसाय, पेशे और प्रसिद्धि को नियंत्रित करता है। तुला राशि वालों को व्यावसायिक मोर्चे पर कुछ चुनौतीपूर्ण क्षणों का सामना करना पड़ सकता है। पेशेवरों का काम पर तनाव से सामना होगा। उपाय-आपको श्रीमद् भगवद् गीता का पाठ करना चाहिए।

वृश्चिक - वृश्चिक राशि के नौवें घर में सूर्य ग्रहण होगा। अगर कोई और बड़ा ग्रह इस घर में नहीं है, तो उन्हें किसी भी कार्य को पूरा करने के लिए अधिक परिश्रम की आवश्‍यकता हो सकती है। हालांकि, अनावश्यक जोखिम से बचने के लिए एहतियाती कदम उठाने पड़ सकते हैं। स्वास्थ्य बेहतर हो सकता है लेकिन श्वसन संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों को ध्‍यान देना होगा। उपाय: आपको गणेश पुराण पढ़ना चाहिए।

धनु- धनु राशि के लिए 8वें घर में ग्रहण लगने से स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं में वृद्धि देखी जा सकती है। वे सड़क किनारे या जंक फूड से परहेज करें क्योंकि वे वायरल संक्रमण के प्रति संवेदनशील हो सकते हैं। वित्त और घरेलू मोर्चे पर कमजोर हो सकते हैं और पारिवारिक कलह से बचें। श्‍वसन विकारों से पीड़ित लोगों को नियमित स्वास्थ्य जांच करवाने की आवश्यकता हो सकती है। उपाय: आपको 'देवी महात्म्य' पढ़ना चाहिए।

मकर - ग्रहण आपके सूर्य चिह्न के विपरीत घर में होगा। मकर राशि वालों के लिए अतीत की बाधाएं चिंता का कारण नहीं हो सकती हैं। पेशेवर मोर्चे पर चीजें सकारात्मक रूप से बदल सकती हैं क्योंकि आपको वरिष्ठ अधिकारियों से पिछले प्रयासों के लिए सराहना मिल सकती है जो आपको नए काम सौंप सकते हैं। अनुकूल परिस्थितियों के बावजूद स्वास्थ्य खराब हो सकता है क्योंकि पिछले रोग परेशान कर सकते हैं। उपाय: आपको हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।

कुंभ - कुंभ राशि के जातकों का छठा घर ग्रहण से प्रभावित होगा। चीजें उनके अनुकूल हो सकती हैं। हालांकि, धैर्य ही सफलता की कुंजी है- और यह उनका आदर्श वाक्य होना चाहिए। उपाय: अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए आपको हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।

मीन - मीन राशि के लिए पांचवें भाव में सूर्य ग्रहण की घटना उनके रिश्तों में कुछ अंतर ला सकती है। वित्तीय स्थिरता आपके लिए अपनी दिनचर्या और आकस्मिक खर्च के बीच संतुलन बनाना आसान बना सकती है। हालांकि, किसी बड़े धन लाभ की संभावना नहीं है।