साढ़े 13 हजार मोबाइल फोन एक ही आईएमईआई नंबर पर चलने के खुलासे के बाद से टेलीकॉम कंपनियों में हड़कंप मचा हुआ है। गुरुवार को मेरठ जोन पुलिस की साइबर क्राइम सेल ने जांच के बाद वीवो कंपनी पर मुकदमा भी दर्ज कराया था। इस मामले में पुलिस ने अब नया खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक एक आईएमईआई पर चलने वाले चीन की वीवो कंपनी के 13,557 मोबाइल देश के 21 राज्यों में हैं।
वहीं दूसरी ओर जिओ टेलीकॉम ने देशभर के अपने नेटवर्क की रिपोर्ट मेरठ जोन पुलिस को सौंप दी है। पुलिस अब दूसरे नेटवर्क सर्विस प्रोवाइडर से भी रिपोर्ट लेने की तैयारी में है। माना जा रहा है कि इस तरह के मोबाइलों की संख्या लाखों में हो सकती है। पुलिस अफसर इससे इनकार नहीं कर रहे हैं कि यह मसला देश की आतंरिक सुरक्षा के लिए घातक हो सकता है।
सूत्रों ने बताया, जिओ कंपनी से सिर्फ 24 सितंबर 2019 का सुबह 11 से 11.30 बजे तक का डेटा मिला है। यदि इसी कंपनी से 24 घंटे की रिपोर्ट मांगी जाए तो इस तरह के मोबाइल बड़ी संख्या में ट्रैक हो सकते हैं। बहरहाल, चीन की वीवो कंपनी से मामला जुड़ा होने की वजह से पुलिस अफसर सभी रिपोर्ट लिखित रूप में तैयार कर रहे हैं। माना जा रहा है कि इस मामले में जल्द गृह मंत्रालय संज्ञान ले सकता है।
जबलपुर में हुआ था खुलासा
मध्यप्रदेश की जबलपुर पुलिस ने पिछले साल एक ऐसा ही मामला पकड़ा था। उसने भी एक आईएमईआई के करीब एक लाख फोन ट्रैक किए थे। खास यह है कि सभी मोबाइल वीवो कंपनी के थे। अकेले जबलपुर में ही ऐसे 3000 मोबाइल पाए गए थे। जबलपुर क्राइम ब्रांच ने माना था कि मोबाइल की आईएमईआई बदलने में एक निजी मोबाइल तकनीशियन का हाथ था। उसने कंपनी के अधिकृत सर्विस सेंटर को मिले डेमो नंबर का दुरुपयोग किया था।
इन राज्यों में ट्रैक हुए मोबाइल :
उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्यप्रदेश, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, बिहार, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, केरल, कोलकाता, मुंबई, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, वेस्ट बंगाल, कर्नाटक, उड़ीसा, जम्मू कश्मीर, असम।
क्या है आईएमईआई :