
KESHARI NEWS24
UP news
वाराणसी अंतिम सोमवार को बाबा काशी विश्वनाथ के दरबार में दिखाई दी भक्तों की भीड़ , मंगला आरती के बाद खोला गया भक्तों के लिए बाबा काशी विश्वनाथ का दरबार
काशी में सावन के पांचवें और अंतिम सोमवार पर बाबा विश्वनाथ के दरबार में भक्तों की भीड़ दिखाई दी। इस बार सैकड़ों की संख्या में कांवरियां भी जलाभिषेक के लिए पहुंचे।
इससे माहौल पूरी तरह शिवमय बन गया। गंगा घाट से लेकर विश्वनाथ दरबार तक हर हर बम बम गूंजता रहा। अयोध्या में राममंदिर भूमिपूजन को देखते काशी में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है।
यलो जोन के आउटर सर्कल में भी रविवार से ही वाहनों पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई थी। पैदल आने वालों की भी गहन चेकिंग होती रही। गलियों में विशेष पुलिस टीमों को लगाया गया है। दूध और जल लेकर आने वालों को भी सतर्कतावश चेक किया जाता रहा।
सावन में पांच सोमवार पांच से छह साल में एक बार ही आता है। इससे इस दिन का महत्व बढ़ जाता है। पिछले कई सोमवार से बंदी और पाबंदियों के कारण भी जो लोग काशी विश्वनाथ नहीं पहुंच सके वह इस बार दिखाई दिये हैं। हालत यह रही है कि जहां पहले सुबह नौ बजे तक एक से डेढ़ हजार दर्शनार्थी ही पहुंचते थे इस बार तीन हजार से ज्यादा लोग दर्शन कर चुके थेसुबह दस बजे गेट नंबर एक पर श्रद्धालुओं की कतार ढुढिराज गणेश से होते हुए बांसफाटक और वहां से केसीएम मॉल तक दिखाई दी। एक बार यह कतार गोदौलिया तक पहुंच गई थी। इसी तरह ज्ञानवापी पर कतार चित्रा सिनेमा तक पहुंच गई थी। दर्शन करने वालों में इस बार बड़ी संख्या में युवा दिखाई दिये। सभी के हाथों में फूल माला की जगह जल और दूध का पात्र रहा।
गंगा घाट पर भी हर बार से ज्यादा भीड़ दिखाई दी। श्रावणी उपाकर्म के कारण भी घाटों पर भीड़ रही। कांवरियां बड़ी संख्या में दिखाई दिये। घाट पर हर बार की तरह किसी तरह की रोक-टोक नहीं होने से श्रद्धालुओं को राहत मिली। मंगला आरती के बाद करीब पौने पांच बजे आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर खोल दिया गया। मंगला आरती के दौरान करीब 50 लोग मौजूद रहे।