
दिल्ली के सराय रोहिल्ला रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर मां ने तीसरी बच्ची को लावारिस स्थिति में छोड़ा , पुलिस ने बच्ची को घर पहुंचाया
फिर सोमवार सुबह जब घर पर कोई नहीं था तो वह नवजात बच्ची को लेकर बाहर निकली। दरवाजे पर जब दस साल की बेटी ने बाहर जाने का कारण पूछा तो उसे थप्पड़ जड़ दिया। फिर ऑटो से सराय रोहिल्ला रेलवे स्टेशन पर पहुंची और प्लेटफॉर्म संख्या सात पर उसे छोड़कर चली गई। फिलहाल, पुलिस ने कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद बच्ची को उसके माता-पिता को सौंप दिया है। साथ ही परिजनों से महिला के मानसिक स्वास्थ्य पर नजर रखने के लिए कहा है।
एक यात्री की सूचना पर परिवार को ढूंढने में हुई मदद
प्लेटफॉर्म पर बच्ची को देखकर किसी यात्री ने एक एनजीओ की सदस्य प्रिया को जानकारी दी। प्रिया ने बच्ची को अपने संरक्षण में लेकर करीब 10 बजे सराय रोहिल्ला रेलवे स्टेशन पुलिस को घटना के बारे में जानकारी दी। एसएचओ श्रीकृष्ण ग्रेवाल ने बच्ची की स्वास्थ्य की जांच कराई और एसआई रामबीर की टीम गठित की।
साधु ने बताया आंखो देखी बात
पुलिस टीम ने पूछताछ शुरू की तो प्लेफॉर्म पर मौजूद एक साधु ने बच्ची को छोड़कर जाने वाली संदिग्ध महिला के बारे में बताया। फिर पुलिस ने फुटेज के जरिए महिला की तलाश शुरू की। महिला एक ऑटो पर जाती दिखी। इसके बाद पुलिस ने ऑटो वाले को तलाशा। ऑटो वाले के जरिए पुलिस टीम मादीपुर पहुंच गई। पुलिस ने मादीपुर इलाके में उन घरों का पता किया, जहां पर हाल ही में किसी बच्ची का जन्म हुआ हो। पूछताछ के बाद जांच अधिकारी दोपहर करीब एक बजे तक महिला के घर पहुंच गए।
बच्ची की मां ख़ुद उठाया यह कदम
काउंसलिंग के दौरान मालूम हुआ कि महिला के माता-पिता भी लड़के के लिए परेशान थे। उसकी पांच बहनें थीं जिसके बाद एक छोटा छोटा भाई था। महिला भी एक लड़का चाहती थी लेकिन तीसरी बार भी लड़की होने से वह बेहद निराश थी। हालांकि पूछताछ में पता चला कि घर के लोगों ने उसपर कोई दबाव नहीं बनाया था।