योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारियों को दिया निर्देश , बाढ़ से कृषि फसलों को हुई क्षति का सर्वे तत्काल करायें
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बाढ़ से कृषि फसलों को हुई क्षति का सर्वे तत्काल करा लिया जाए जिन किसानों की फसलें बाढ़ के कारण नष्ट हुई हैं, उनको शीघ्र कृषि निवेश अनुदान प्रदान किया जाए। सीएम ने कहा कि नदियों की कटान रोकने के लिए तटबंध की निरन्तर पेट्रोलिंग की जाए।
दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री अनिल राजभर शनिवार को लोकभवन में प्रेस प्रतिनिधियों से बातचीत में यह जानकारी दी। मंत्री ने कहा कि प्रदेश में वर्तमान में सभी तटबंध सुरक्षित है। बाढ़ के संबंध में निरन्तर निगरानी का काम किया जा रहा है। कहीं भी किसी प्रकार की चिंताजनक हालाता नहीं है। जिलों में सर्च एवं रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ की 12 टीमें तथा एसडीआरएफ व पीएसी की 17 टीमें इस प्रकार कुल 29 टीमें तैनाती की गई है। 591 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगाई गई है।
वर्तमान में प्रदेश के 16 जिले (अम्बेडकरनगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, फर्रूखाबाद, गोण्डा, गोरखपुर, कुशीनगर, लखीमपुरखीरी, मऊ, सीतापुर तथा संत कबीर नगर) के 792 गांव बाढ़ से प्रभावित है।
शारदा नदी, पलिया कला (लखीमपुरखीरी), सरयू (घाघरा) नदी (अयोध्या) तथा तुर्तीपार (बलिया), सरयू (घाघरा) नदी एल्गिनब्रिज बाराबंकी में अपने खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है। प्रदेश में 487 पशु शिविर स्थापित किए गए है तथा 7,18,555 पशुओं का टीकाकरण भी किया गया हैं। यह भी कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब तक कुल 4,652 कुंतल भूसा वितरित किया गया है। वहीं आपदा से निपटने के लिए जिले एवं प्रदेश स्तर पर आपदा नियंत्रण केन्द्र की स्थापना की गई है