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बांदा : ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस पर बच्चों व गर्भवती को लगे टीके

बांदा : ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस पर बच्चों व गर्भवती को लगे टीके


                                    ( Demo picture) 

बांदा
। राष्ट्रीय पोषण माह के तहत बुधवार को ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस (वीएचएनडी) का आयोजन किया गया। एएनएम द्वारा कोविड-19 के सभी प्रोटोकाल का पालन करते हुए गर्भवती व बच्चों का टीकाकरण किया गया। गर्भवती को आयरन व कैल्शियम की गोली दी गईं। किशोरियों को आयरन की नीली गोली वितरित की गई। 
बड़ोखर ब्लाक के पल्हरी गांव में एएनएम रामप्यारी वर्मा ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना से बचने के लिए लोगों से कम से कम दो गज की दूरी बनाकर रहें, बिना मास्क लगाए घर से बाहर कतई न निकलें। गर्भवतियों से कहा गया कि वह समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण कराती रहें, अनावश्यक घरों से बाहर न निकलें, अपनी सेहत व पोषण को लेकर सतर्क रहें। यदि किसी भी व्यक्ति को खांसी, बुखार एवं सांस लेने में दिक्कत की शिकायत हो तो नजदीक के सरकारी अस्पताल को सूचित करें। इस दौरान तीन बच्चों और एक गर्भवती को टीका लगाया गया। त्रिवेणी गांव में एएनएम शैल कुमारी ने बताया कि 14 बच्चों और 9 गर्भवतियों को टीके लगाए गए हैं। उन्होंने किशोरियों व गर्भवतियों को एनीमिया से बचने की भी सलाह दी। सुपरवाइजर प्रतिभा त्रिपाठी ने केंद्रों की व्यवस्थाएं देखीं। 

जिला कार्यक्रम अधिकारी इशरत जहां ने बताया कि केंद्रों पर विशेष टीकाकरण, पांच वर्ष तक के बच्चों व गर्भवती का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। वजन, लंबाई के आधार पर कुपोषित व अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित किया गया। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी आनंद कुमार सिंह के निर्देशन में संचालित अभियान के दौरान गर्भवती को संकामक बीमारी से बचाव के लिए स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी गई।
                                                
बच्चों को बीमारी से बचाते हैं टीके वीएचएनडी पर बच्चों को कई प्रकार के टीके लगाए जाते हैं। बीसीजी का टीका टीबी रोग से बचाता है। डीटीपी के टीके से डिप्थीरिया, टेटनस, पर्टुसिस (काली खांसी) से बचाव होता है। इसी तरह हेपेटाइटिस ए, हेपेटाइटिस बी टीका हैपेटाइटिस से बचाता है। एचआईबी के टीके से हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप बी, एमएमआर टीके से खसरा (मीजल्स), मम्प्स (कंठमाला का रोग), रुबेला (जर्मन खसरा), ओपीवी (पोलियो की ओरल ड्रॉप्स) और आईपीवी (पोलियो का इंजेक्शन) से पोलियो तथा रोटावायरस टीका रोटावायरस के से बचाव के लिए लगाया जाता है। इसके साथ ही न्यूमोकाकल की डोज से निमोनिया सहित कई संक्रामक बीमारियों से बचाव होता है।