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KESHARI NEWS24
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आज से कर सकेंगे ताज़ महल का दीदार , कोरोना कल में सैलानियों को रखना होगा इन नियमों का ध्यान
आगरा । कोरोना के कारण 17 मार्च से बंद चल रहे विश्वदाय स्मारक ताजमहल और आगरा किला को 21 सितंबर से सैलानियों के लिए खोल दिया जाएगा। सू्र्यास्त तक दो शिफ्टों में पर्यटक स्मारकों का दीदार कर सकेंगे। ताजमहल में पांच हजार तो आगरा किला में ढाई हजार सैलानियों को प्रवेश दिया जाएगा। सुरक्षा और सतर्कता के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
187 दिनों तक प्रेम के प्रतीक ताजमहल के बंद रहने से पर्यटन उद्योग चौपट हो गया। हजारों लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया। अब जब सोमवार से ताजमहल खुल रहा है तो सभी की आस बंधी है। सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पुरातत्व विभाग ने अपने कर्मचारियों और सीआईएसएफ ने जवानों को शिफ्टवार तैनाती कर दी है। गेटों को सुबह और शाम दो बार सेनेटाइज कराया जाएगा।
रविवार को पुरातत्व विभाग और सीआईएसएफ के अधिकारियों ने व्यवस्थाओं को परखा। अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि ताजमहल के दोनों गेटों पर रजिस्टर रखा रहेगा। यहां तैनात कर्मचारी सभी पर्यटकों की एंट्री करेंगे। उस पर नाम, पता, मोबाइल नंबर और प्रवेश करते समय लिए गए तामपान को दर्ज करेंगे। फोटोग्राफरों की भी दो शिफ्ट होगी। एक शिफ्ट में 116 फोटोग्राफर ही प्रवेश कर पाएंगे। कुल 464 फोटोग्राफर हैं।
ताजमहल देखने की दीवानगी कायम है। 30 सितंबर तक के लिए 2500 लोगों ने ऑनलाइन टिकट बुक करा ली है। वहीं सोमवार के लिए देर रात तक 160 लोगों ने ऑनलाइन टिकट बुक कराई। ताजमहल दुनिया के उन स्मारकों में शुमार है, जिसकी एक झलक देखने के लिए सैलानी बेताब रहते हैं। अब जब छह माह बाद ताजमहल खुल रहा है तो इसको निहारने के लिए लोग उतावले हैं। तभी तो बुकिंग खुलते ही लोगों ने ऑनलाइन टिकट बुक करानी शुरू कर दी।
ताज देखने आने वाले बहुत से लोग पहले से टिकट बुक नहीं कराते हैं। जब गेट पर पहुंच जाते हैं तब टिकट बुक कराते हैं। पुरातत्व विभाग ने इसकी भी व्यवस्था कर रखी है। ताजमहल के पू्र्वी और पश्चिमी गेट पर भी क्यूआर कोड के माध्यम से टिकट की बुकिंग कराई जा सकती है।
ताजमहल के पूर्वी और पश्चिमी गेट पर रेलिंग के साथ-साथ गोले बना दिए गए हैं। पर्यटक इन्हीं गोलों में रहकर आगे की ओर बढ़ेंगे। इससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सकेगा।
अधीक्षण पुरातत्वविद बसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि ताजमहल में प्रवेश के दौरान सैलानियों के पैरों को भी सेनेटाइज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि टिकट चेक करने से पहले ही एक ट्रे में सेनेटाइजर होगा। उसमें पैर रखकर अंदर जाना होगा। इससे जूते के तलुए सेनेटाइज हो जाएंगे। उसके बाद मुख्य गुंबद पर जाने के लिए सीढ़ियों से पहले ही चेकिंग वाले स्थान पर ट्रे रखी होगी। वहां भी पैरों को सेनेटाइज करना होगा। इससे पत्थरों को बार-बार सेनेटाइज नहीं कराना होगा।