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विश्व रिकॉर्ड कायम करने से सिर्फ 2 रन से चुके थे गावस्कर , बेदी ने ट्वीट कर दी जानकारी
वह चार सितंबर 1979 का दिन था जब केनिंगटन ओवल पर सुनील गावस्कर ने अपनी बेमिसाल बल्लेबाजी से इंग्लैंड की पेशानी पर बल ला दिये थे लेकिन तब वह केवल दो रन से चौथी पारी में सर्वोच्च स्कोर का विश्व रिकार्ड बनाने से चूक गये थे और भारत को भी जीत की दहलीज पर पहुंचकर ड्रा से संतोष करना पड़ा था।पहला टेस्ट गंवाने और अगले दो टेस्ट मैच ड्रा कराने के बाद ओवल में चौथे टेस्ट मैच में भारत के सामने 438 रन का मुश्किल लक्ष्य था। उस समय किसी ने भी विश्वास नहीं किया था कि पांचवें दिन जब मैच ड्रा समाप्त होगा तो भारतीय टीम लक्ष्य से केवल नौ रन दूर होगी।
यह संभव हो पाया गावस्कर की 221 रन की पारी से जो उस समय मैच की चौथी पारी में दूसरा सर्वोच्च स्कोर था। यह दिग्गज भारतीय सलामी बल्लेबाज उस समय केवल दो रन से वेस्टइंडीज के जार्ज हैडली के रिकार्ड की बराबरी करने से चूक गया था जिन्होंने 1930 में इंग्लैंड के खिलाफ किंग्सटन में 223 रन बनाये थे।
यह रिकार्ड आज भी हैडली के नाम पर है। न्यूजीलैंड के नाथन एस्टल ने 2002 में क्राइस्टचर्च में इंग्लैंड के खिलाफ गावस्कर की रन संख्या को पार करने के बाद 222 रन पर आउट हो गये थे।
गावस्कर अपनी इस पारी के दौरान आठ घंटे 10 मिनट तक क्रीज पर रहे और उन्होंने 443 गेंदों का सामना करके 21 चौके लगाये। भारत ने जिन तीन अवसरों पर चौथी पारी में 400 या इससे अधिक रन बनाये, उनमें से दो मौकों पर गावस्कर ने शतक लगाया और पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी ने ओवल की पारी के बहाने उनके इस प्रदर्शन को याद किया।
पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘पूरी विनम्रता के साथ…. भारत एकमात्र ऐसा देश है जिसने चौथी पारी में तीन अवसरों पर 400 से अधिक रन बनाये जिसमें से एक मैच ड्रा रहा, एक में उसे हार मिली और एक में जीत। यह जरूरी नहीं कि यह क्रम में हो। और ‘ऑरिजनल लिटिल मास्टर’ (गावस्कर) ने तीनों में अहम भूमिका निभायी थी। ’’
गौरतलब है कि भारत ने 1976 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में जब 403 रन के रिकार्ड लक्ष्य को हासिल किया था तब गावस्कर ने 102 रन की पारी खेली थी लेकिन 1978 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में 493 रन के लक्ष्य के सामने भारत के 445 रन में यह सलामी बल्लेबाज 29 रन का योगदान ही दे पाया था।
ओवल में हालांकि गावस्कर ने टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचा दिया था लेकिन उनके आउट होते ही भारतीय पारी ढह गयी और उसने आखिर में आठ विकेट पर 429 रन बनाकर बमुश्किल मैच ड्रा कराया।
गावस्कर और चेतन चौहान ने चौथे दिन भारत का स्कोर बिना किसी नुकसान के 76 रन पर पहुंचाया। इस तरह से भारत को पांचवें दिन जीत के लिये 362 रन बनाने थे। पांचवें दिन लंच तक स्कोर बिना किसी नुकसान के 169 रन हो गया। ये दोनों बल्लेबाज दूसरे सत्र में इसे 213 रन तक ले गये। चौहान इस स्कोर पर 80 रन बनाकर आउट हुए।