
ग्रेटर नोएडा में बदमाशों ने दिनदहाड़े कैब के ड्राइवर से की लूट , गाड़ी लेकर फरार हुए
ग्रेटर नोएडा के बादलपुर क्षेत्र में जीटी रोड स्थित मोहन स्वरूप अस्पताल के पास रविवार देर रात बदमाशों ने कैब चालक की हत्या कर दी। बदमाश सवारी बनकर कैब में सवार हुए थे। बदमाशों ने लूटपाट के इरादे से वारदात को अंजाम दिया। वे चालक का मोबाइल और नगदी लूटकर ले गए हैं। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पुलिस के अनुसार दिल्ली के त्रिलोकपुरी निवासी आफताब पुत्र ताहिर हुसैन (64) कैब चालक था। वह रविवार को करीब तीन बजे गुरुग्राम से बुलंदशहर के लिए कैब को किराये पर लेकर गया था। वह सवारी को छोड़ कर जब बुलंदशहर से वापस दिल्ली की तरफ चला तो उसने सड़क के किनारे खड़े लोगों को बिना बुकिंग के कैब में बैठा लिया और चल दिया। कैब में बैठे लोगों ने किराए को लेकर चालक आफताब से मारपीट कर दी।
मारपीट में मुंह व गले में चोट लगने पर वह गंभीर रूप से घायल हो गया। चालक के खून से लथपथ होने पर आरोपी उसे कैब में छोड़कर फरार हो गए। सड़क के किनारे मोहन स्वरूप अस्पताल के पास खड़ी कैब को देखकर गश्त कर रही पुलिस रुक गई। पुलिस चालक को खून से सना देख अस्पताल लेकर गई। जंहा पर डॉक्टररें ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना उसके परिजनों को दे दी गई । सूचना पाकर परिजन भी पहुंच गए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
बादलपुर कोतवाली एसएसआई दीपक कुमार का कहना है कि कैब चालक के सिर, मुंह और गले में चोट के निशान थे। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है। पूरे दिल्ली-एनसीआर में सक्रिय अपराधियों के गैंग कैब ड्राइवरों को निशाना बनाकर लूटपाट करते हैं। दरअसल, इनसे लूटी गई कैब का इस्तेमाल दूसरी आपराधिक घटनाओं में किया जाता है। कुल मिलाकर कैब ड्राइवर अपराधियों के लिए आसान शिकार बने हुए हैं। गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने ऐसे कई मामलों का खुलासा भी किया है। पुलिस का कहना है कैब ड्राइवरों की छोटी-मोटी लापरवाही उनके लिए मौत का सबब बन जाती है
दो तरीके के लूट
ग्रेटर नोएडा में बतौर इंस्पेक्टर और फिर डीएसपी तैनात रह चुके अजय चौधरी कहते हैं कि आपराधिक वारदातों को अंजाम देने के लिए बड़े पेशेवर गैंग दो तरीके अपनाते हैं। पहला, सड़क पर चलते लोगों से कार लूट को अंजाम देते हैं। दूसरा कैब चालकों को निशाना बनाते हैं।
1. अजय चौधरी कहते हैं कि करीब 8 महीने पहले ग्रेटर नोएडा वेस्ट में मिर्ची गैंग के सरगना आशु जाट ने इसी तरह ग्रेटर नोएडा वेस्ट के गौरव चंदेल की हत्या करके कार लूट ली थी। पिछले सप्ताह नोएडा में बीटेक के छात्र अक्षय कालरा के साथ हुई वारदात भी ऐसी ही है। कोई दूसरी बड़ी वारदात के बाद बदमाश इन कारों को जहां-तहां छोड़कर फरार हो जाते हैं।
2. दूसरा तरीका कैब ड्राइवरों को निशाना बनाना है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में सवारियों का इंतजार कर रहे कैब ड्राइवर चौराहों और सड़कों पर खड़े मिल जाते हैं। लुटेरे और बड़े अपराधी गैंग थोड़े से ज्यादा पैसे का लालच देकर इन्हें लंबी दूरी की बुकिंग का झांसा देते हैं। रास्ते में ड्राइवर की हत्या करके फेंक देते हैं। कार का इस्तेमाल लूट, डकैती और हत्या जैसी बड़ी घटनाओं में कर लिया जाता है। इस तरह की कई घटनाओं का खुलासा गौतमबुद्ध नगर में पहले भी हो चुका है।
पहले की वारदात
- 13 फरवरी 2020: ग्रेटर नोएडा के म्यू-2 सेक्टर में बदमाशों ने एक कैब लूट थी। जब चालक ने कैब लूट का विरोध किया तो बदमाशों ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। लुटेरे सेक्टर की झाड़ियों में शव फेंककर फरार हो गए थे।
- 21 मार्च 2020 : ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे पर ओला कैब चालक का शव मिला था। पुलिस ने रंजिश में हत्या का शक जताया था।
- 9 सितंबर 2019 : हापुड़ के भाजपा नेता की गोली मारकर हत्या की गई थी। इस घटना में इस्तेमाल की गई कैब बदमाशों ने ग्रेनो वेस्ट से लूटी थी।
- 18 जुलाई 2017 : ग्रेटर नोएडा से कैब ड्राइवर का अपहरण कर हत्या कर दी गई थी। उसका शव गाजियाबाद एरिया में पाया गया था। इस मामले में कैब मालिक और ड्राइवर के भाई को कॉल कर 20 हजार रुपये की फिरौती भी मांगी गई थी।
- 20 मई 2017: बीटा दो कोतवाली में परी चौक के समीप कैब में ड्राइवर का शव मिला था जिसको लेकर परिजनों ने हंगामा किया था