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सोनभद्र के रेणुकापार क्षेत्र से दो वर्ष पूर्व गायब 55 वर्षीय आदिवासी पकिस्तान की सीमा पर मिला

सोनभद्र के रेणुकापार क्षेत्र से दो वर्ष पूर्व गायब 55 वर्षीय आदिवासी पकिस्तान की सीमा पर मिला

सोनभद्र के रेणुकापार क्षेत्र से दो वर्ष पूर्व गायब 55 वर्षीय आदिवासी पकिस्तान की सीमा पर मिला। उसे गुजरात पुलिस तथा ग्राम पंचायत पनारी के सहयोग से वापस लाया जा रहा है। सितंबर के अंतिम सप्ताह में शोभनाथ को गुजरात के जिला बानस कंठा में पाकिस्तान की सीमा पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने गश्त के दौरान पकड़ा। बीएसएफ ने शोभनाथ से पूछताछ करने के साथ उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया। उसके बाद बीएसएफ ने उसे मवसरी थाना पुलिस को सौंप दिया।

उक्त थाने के उपनिरीक्षक एच आर पडियार ने दूरभाष पर बताया कि शोभनाथ बेसुध हालत में पकिस्तान की ओर चले जा रहे थे। पूछताछ में उसने सोनभद्र के पनारी का निवासी बताया। फिर हमलोगों ने पनारी के ग्राम प्रधान का नंबर इंटरनेट से खोजकर उन्हें जानकारी दी। बताया कि शोभनाथ मानसिक तौर पर थोड़ा बीमार हैं। पिछले 15 दिनों से वह गुजरात पुलिस की ही निगरानी में थे। बताया कि अगर उनके परिजन नहीं आते तो उसे सोनभद्र छोडऩे के लिए वे खुद आते। इसके लिए पुलिस अधीक्षक से अनुमति ले ली गई थी। जानकारी के अनुसार पनारी के टोला कररी के शोभनाथ पुत्र हरिश्चंद दो वर्ष पहले गायब हो गए थे। परिजनों द्वारा उनकी कई माह खोजबीन की गई, लेकिन वह नहीं मिले। लगभग दो वर्ष बीत जाने पर कई तरह की अटकलें लगाई गयी। यहां तक कि उन्हें मृत भी मान लिया गया था। इस बीच अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में गुजरात पुलिस द्वारा पनारी के ग्राम प्रधान उदित नारायण खरवार को फोन कर शोभनाथ की जानकारी दी गई। गुजरात पुलिस द्वारा उसे वहां से ले जाने के लिए कहा गया, लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर परिजनों के पास गुजरात से शोभनाथ लाने में दिक्क्तें पेश आ रही थीं। बहरहाल जानकारी होने पर ग्राम पंचायत सदस्य लक्ष्मण यादव ने कई लोगों के सहयोग से दो परिजनों को ट्रेन से गुजरात भेजा गया। शनिवार शाम को अहमदाबाद में गुजरात पुलिस ने शोभनाथ को परिजनों के हवाले करते हुए उसे सोमनाथ एक्सप्रेस से जबलपुर के लिए रवाना कर दिया। रविवार रात में शोभनाथ जबलपुर में शक्तिपुंज एक्सप्रेस से सोनभद्र के लिए रवाना होंगे। सोमवार सुबह वे सोनभद्र पहुंचेंगे। परिजनों के अनुसार शोभनाथ बता रहे हैं कि उन्हें तमिलनाडु की एक कम्पनी सोनभद्र से लेकर निकली थी। उसके बाद उसे कुछ याद नहीं है।