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राम की नगरी में रामलीला मंचन का आयोजन , कोरोना संकट चलते दर्शकों को नहीं होगी आने की अनुमति

राम की नगरी में रामलीला मंचन का आयोजन , कोरोना संकट चलते दर्शकों को नहीं होगी आने की अनुमति

उत्तर प्रदेश में राम की नगरी अयोध्‍या में रामलीला का आरंभ शनिवार को हो गया था। यह आयोजन 25 अक्‍टूबर तक चलेगा। यहां मंच पर दिग्गज कलाकारों के अभिनय से सजी नौ दिवसीय (17 से 25 अक्टूबर) रामलीला आयोजन में कोरोना संकट के चलते दर्शकों को आने की अनुमति नहीं दी गई है। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच अयोध्या में ऐतिहासिक रामलीला का मंचन नवरात्रि के पहले दिन यानी शनिवार शाम से शुरू हो गया था।

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में होने वाली रामलीला में इस बार आम लोग शामिल नहीं हो पा रहे हैं। इस रामलीला का पूरे लाइव टेलिकास्ट किया जा रहा है। हालांकि, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ रामलीला देखने अयोध्या जाएंगे। इस रामलीला का प्रसारण देशभर में उर्दू समेत 14 भाषाओं में किया जाएगा . आज  रामलीला का तीसरा दिन है। कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए अयोध्या की रामलीला वर्चुअल तरीके से हो रही है। दर्शकों की संख्या बहुत कम रखी जा रही है। 25 अक्टूबर तक चलने वाली इस रामलीला में फिल्म जगत के कलाकार किरदार निभा रहे हैं।अभिनेता अवतार गिल ने कहा कि राम नगरी में रामलीला में प्रति भाग करना हमारा सौभाग्य है।वर्चुअल रामलीला के दूसरे दिन मंच पर जाने से पहले कलाकारों ने कहा कि अयोध्या एक अद्भुत स्थल है। चार धाम की तरह अयोध्या धाम महान है। एक्टर बिंदु दारा सिंह ने कहा सम्मान के साथ रामनगरी को अयोध्या जी कहकर बुलाना चाहिए। राजनीति और संप्रदायवाद के चलते लंबे समय तक अयोध्या ने बहुत तकलीफें सहीं। रामलला का दर्शन कर यहां शांति की कामना करेंगे। हनुमान जी की कृपा हमारे परिवार पर हमेशा रही। इसी वजह से हमें हनुमान का रोल मिला है।रामलीला सीधा प्रसारण 17 से 25 अक्टूबर के बीच किया जाएगा। इस वर्ष अयोध्या में रामलीला का आयोजन करने की अनुमति दिल्ली रामलीला समिति को दी गई है। समिति के निदेशक सुभाष मल्लिक ने कहा, 'योगी जी ने हमारा आमंत्रण स्वीकार किया है और वह रामलीला के मंचन के किसी भी दिन देखने आ सकते हैं।'