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घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं के आंकड़े चौंकाने वाले यूपी 112 पर हर दिन पीड़िताएं बता रहीं अपना दर्द !
KESHARI NEWS24
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मिशन शक्ति के तहत महिलाओं और बच्चों के साथ होने वाले अपराधों में कार्रवाई का दायरा बढ़ाया गया है। पुलिस की सक्रियता के बावजूद घरों के भीतर महिलाओं पर जुल्म की कहानियां कम नहीं हो रहीं। इसके गवाह खुद पुलिस के आंकड़े हैं। यूपी 112 पर महिलाओं के घर व बाहर किसी हिंसा अथवा मुसीबत से घिरने की करीब 1300 शिकायतें रोज आ रही हैं। उत्तर प्रदेश में महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा व अन्य उत्पीड़न पर अंकुश लगाने के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया तेज की गई है। यूपी 112 पर महिलाओं का पंजीकरण किया जा रहा है, जिससे किसी शिकायत अथवा आपात स्थिति में पुलिस तत्काल उनके दरवाजे तक पहुंच सके। यूपी 112 के नवंबर माह के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो रोजाना औसतन 800 महिलाएं घरेलू हिंसा की शिकायत दर्ज करा रही हैं। इसके अलावा महिला उत्पीड़न की औसतन 125 तथा यौन उत्पीड़न की 133 शिकायतें रोजाना आ रही हैं।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए 300 पीआरवी एडीजी 112 असीम अरुण ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा व उनकी शिकायतों पर कार्रवाई के लिए प्रदेश में 300 पीआरवी (पुलिस रिस्पांस व्हीकल) संचालित की जा रही हैं। इन पीआरवी पर महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है और उन्हें विशेष प्रशिक्षण भी दिलाया गया है। महिला पुलिसकर्मियों को महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। मिशन शक्ति के तहत महिलाओं के पंजीकरण को तेज किए जाने के निर्देश भी दिए गए हैं। अब तक पांच हजार से अधिक महिलाओं का पंजीकरण किया गया है।
बार-बार शिकायत पर होगी कड़ी कार्रवाई एडीजी 112 असीम अरुण का कहना है कि किसी महिला के दो या उससे अधिक बार घरेलू हिंसा की शिकायत मिलने पर आरोपितों की काउंसलिंग व उनके विरुद्ध कठोर विधिक कार्रवाई की कार्ययोजना भी तैयार की गई है। 112 पर दो उससे अधिक बार आईं ऐसी शिकायतों को सूचीबद्ध कराया जा रहा है।