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कोविड-19 वैक्सीन का डोज लेने के लिए आएगा जल्द एस मेस कोरोना वायरस वैक्सीन पर रखी जाएगी पूरी नजर !

कोविड-19 वैक्सीन का डोज लेने के लिए आएगा जल्द एस मेस कोरोना वायरस वैक्सीन पर रखी जाएगी पूरी नजर !

KESHARI NEWS24



नई दिल्ली। देश के करोड़ों बच्चों तक हर साल वैक्सीन सुरक्षित वैक्सीन पहुंचाने के लिए तैयार प्लेटफार्म अब हर व्यक्ति तक कोरोना की वैक्सीन की डिलीवरी भी सुनिश्चित करेगा। इस प्लेटफार्म की मदद से वैक्सीन के कंपनी से निकलने से लेकर व्यक्ति को लगने तक लगातार नजर रखी जा सकेगी। यहां तक कि यह प्लेटफार्म वैक्सीन लेने वाले व्यक्ति को समय, दिन और स्थान की जानकारी भी देगा और दूसरा डोज लेने की याद भी दिलाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने ईविन (इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलीजेंस नेटवर्क) अब कोविन (कोरोना वैक्सीन इंटेलीजेंस नेटवर्क) में तब्दील कर दिया है। वैक्सीन की डिलीवरी में कोल्ड चैन को बनाए रखना सबसे बड़ी चुनौती !

स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 2015 में पहली बार शुरू किया गया ईविन करोड़ों बच्चों तक बिना किसी रूकावट के वैक्सीन पहुंचाने में कारगर साबित हुआ है। इस प्लेटफार्म पर वैक्सीन के हर गतिविधि दर्ज होने के कारण न तो किसी इलाके में कभी वैक्सीन की कमी हुई और न ही कहीं वैक्सीन जरूरत से ज्यादा पहुंच गया। सबसे बड़ी बात यह है कि इस प्लेटफार्म पर वैक्सीन के रखे जाने वाले हर कोल्ड स्टोरेज और उसे लाने-जाने वाले वाहनों का भी रियल टाइम तापमान देखा जा सकता है। यानी वैक्सीन की डिलीवरी के दौरान कोल्ड चैन के टूटने की आशंका लगभग खत्म हो जाती है। वैक्सीन की डिलीवरी में कोल्ड चैन को बनाए रखना सबसे बड़ी चुनौती है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि राज्यों से प्राथमिकता वाले लोगों की सूची देने को कहा है, जिन्हें सबसे पहले कोरोना का वैक्सीन दिया जाएगा। इनमें कोरोना के इलाज से जुड़े स्वास्थ्य कर्मी, उनकी देखभाल से जुड़े कर्मचारी, सुरक्षा कर्मी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि राज्यों ने इनकी पहचान कर रही है और उनकी सूची आनी भी शुरू हो गई है वैक्सीन पहुंचाने के लिए ब्लॉक स्तर पर टास्क फोर्स का गठन होना चाहिए !


कोविन के प्लेटफार्म पर उनकी विस्तृत जानकारी अपलोड की जा रही है। इससे इस प्लेटफार्म पर एक जगह देश के हर कोने में जिला से लेकर ब्लॉक स्तर पर प्राथमिकता समूह वाले लोगों का पूरा डाटा मौजूद होगा। जाहिर है एक वैक्सीन आ जाने के बाद इसी के आधार पर दूसरी जगह वैक्सीन की सप्लाई शुरू की जाएगी। यही कारण है कि प्रधानमंत्री ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में ब्लॉक स्तर पर टास्क फोर्स के गठन करने को कहा है ताकि वैक्सीन पहुंचने पर उन्हें बिना किसी दिक्कत के लोगों तक पहुंचाया जा सके। दूसरे डोज की वैक्सीन के लिए व्यक्ति को सही समय और स्थान पर मौजूद रहना होगा

इस प्लेटफार्म की खासियत बताते हुए वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस पर वैक्सीन लगाने वाले स्वास्थ्यकर्मी और उसे लेने वाले व्यक्ति का नाम, पता, मोबाइल भी दर्ज होगा। यानी आसानी से पता लगाया जा सकता है कि उस व्यक्ति को वैक्सीन लगी या नहीं। दो डोज की वैक्सीन में सबसे बड़ी समस्या यह आएगी कि व्यक्ति दूसरे डोज के लिए सही समय और स्थान पर मौजूद रहे। इस प्लेटफार्म के माध्यम से पहले ही एसएमएस भेजकर उसे आगाह भी किया जा सकेगा।