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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी आगमन का समय बदला अब दोपहर 2:00 बजे की जगह दोपहर 12:00 बजे शुरू होगा दौरा । .
KESHARI NEWS24
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी आगमन का संशोधित समय रविवार को प्रशासन ने दोपहर में जारी कर दिया। प्रशासन की ओर से जारी संशोधित समय के अनुसार अब उम्मीद के दो घंटे पूर्व ही पीएम का दौरा शुरू हो जाएगा। पहले पीएम दोपहर दो बजे वाराणसी पहुंच रहे थे अब उनका समय बदलकर दोपहर 12 बजे कर दिया गया है। इस बाबत भाजपा जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा ने बताया कि पीएम का कार्यक्रम अब दो घंटे पहले होने के साथ ही आयोजन में कुछ विस्तार भी किया जा रहा है। खजूरी और राजघाट की जनसभा में दस दस हजार लोग शामिल होंगे।
प्रशासन की ओर से जागरण को दी गई जानकारी के अनुसार पीएम नरेंद्र मोदी अब दोपहर 12 बजे के करीब बाबतपुर एयरपोर्ट आने के बाद खजूरी में जनसभा को दोपहर एक बजे संबोधित करने पहुंचेंगे। वहीं संशोधित प्रोटोकॉल के अनुसार पीएम के पहले जारी सभी कार्यक्रम भी उसी अनुरुप तय समय से कम कर दिए गए हैं। वहीं प्रशासन अब संशोधित समय के अनुसार ही अपनी तैयारियों को पूरा करने में लग गया है।
काशी में आयोजन के दौरान देव दीपावली पर मां गंगा की महाआरती भी होगी। इस आयोजन में मास्क अनिवार्य कर दिया गया है। मास्क के बिना महाआरती समिति ने प्रवेश पर प्रतिबंध घोषित किया है। दशाश्वमेघ घाट पर महाआरती के दौरान 21 बटुक और 42 कन्याएं आरती में शामिल होंगी। सभी मास्क के साथ ही महाआरती में प्रतिभाग करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन को लेकर काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल अस्पताल में एक विशेष क्षेत्र में स्ट्रांग रूम बनाया गया है। इसके तहत विशेष मेडिकल की टीम बनाई गई है। इसमें स्पेशियलिस्ट सहित सभी महत्वपूर्ण पैरामेडिकल की टीम शामिल हैं। साथ ही आइसीयू, स्पेशल वार्ड, लिफ्ट, सीढ़ी भी आरक्षित की गई है।सारी जरूरी मेडिसिन, ब्लड, एंबुलेंस की भी व्यवस्था की गई है।
पीएम के आगमन से लेकर दिल्ली वापस लौटने तक यह सारी व्यवस्थाएं आरक्षित रखी जाएंगी। वैसे यह सारी सुविधा प्रोटोकाल में पहले से ही तय है। मोदी के लिए ए पाजिटिव ग्रुप का कई यूनिट रक्त भी संरक्षित कर लिया गया है। शनिवार को डोनेट कराकर एक निजी ब्लड बैंक में रखवाया गया है। प्रधानमंत्री सोमवार को काशी आ रहे हैं। वे मिर्जामुराद में कार्यक्रम को संबाेधित करेंगे। इसके साथ ही राजघाट पर दीप जलाएंगे और देवदीपावली पर घाटों का अवलोकन करेंगे।