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उत्तर प्रदेश में पेयजल योजना विन्ध्य क्षेत्र में 5,555 करोड़ की योजनाओं की शुरुआत, पीएम नरेंद्रमोदी बोले- समस्याएं दूर होती हैं तो लोगों में भरोसा झलकता है !
KESHARI NEWS24
उत्तर प्रदेश : मिर्जापुर और सोनभद्र में रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ग्रामीण पेयजल आपूर्ति परियोजनाओं का ऑनलाइन शिलान्यास किया। इस मौके पर योगी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी ने कहा कि जीवन की समस्याएं जब दूर होने लगती हैं तो एक विश्वास झलकने लगता है। तकनीक की वजह से जिस प्रकार से आपसे बातचीत हो रही है। जिस प्रकार आप लोग इस कार्यक्रम को एक उत्सव मानकर यहां आए हुए हैं वो मैं देख रहा हूं। ये उत्साह और उमंग ही इस योजना के मूल्य और बड़ा बना रहा है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि पेयजल को लेकर जिस प्रकार की संवेदनशीलता सभी में दिखाई दे रही है उससे लगता है कि सरकार सही दिश में जा रही है। मोदी ने कहा कि इस योजना को समय से पहले पूरा किया जाएगा। मां विंध्यवासिनी की सब पर कृपा है। योजना से इस क्षेत्र के लाखों परिवारों को उनके घरों में नल से शुद्ध पेयजल मिलेगा।
पीएम ने कहा कि विंध्य पर्वत का क्षेत्र पवित्रता और आस्था का प्रतीक है। रहीम दास जी ने कहा था कि जापर विपदा परत है, सो आवत येही देश। उनके इस विश्वास का कारण इस क्षेत्र के अपार संसाधन थे। यहां अपार संभावनाएं मौजूद हैं। यहां कई नदियों की धारा यहां से निकलती है। गंगा और कर्मनाशा नदियों का आशीर्वाद भी इस क्षेत्र को मिला हुआ है। आजादी के बाद दशकों तक यह क्षेत्र उपेक्षा का शिकार हुआ है। विंध्याचल हो या बुंदेलखंड हो ये संसाधनों के बावजूद पिछड़े क्षेत्र बने रहे।
इन परियोजनाओं से मिर्जापुर और सोनभद्र के 42 लाख लोगों को फायदा होगा। केंद्र सरकार की- 'हर घर नल' योजना के तहत उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार मिर्जापुर के 1606 गांवों में पाइप के जरिए पेयजल आपूर्ति शुरू करेगी। इस योजना से मिर्जापुर के 21,87,980 ग्रामीणों को सीधा फायदा होगा। सोनभद्र के 1389 गांवों को भी योजना से जोड़ने की शुरुआत होगी। इन गांवों के 19,53,458 परिवार पेयजल आपूर्ति योजना से जुड़ेंगे।
सोनभद्र में इस योजना पर सरकार 3212.18 करोड़ रुपए खर्च करेगी । मिर्जापुर में बांध पर एकत्र किए गए पानी को शुद्ध करके पीने योग्य बनाया जाएगा और फिर इसकी आपूर्ति की जाएगी। इस योजना की लागत 2343.20 करोड रुपए तय की गई है ।
अधिकारियों के मुताबिक दोनों जिलों की योजनाओं से कुल 41,41,438 परिवार लाभान्वित होंगे। योजना पर कुल 5555.38 करोड़ रुपए खर्च का अनुमान है। जल शक्ति मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, दो साल के भीतर योजना को पूरा कर गांवों में पानी की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी।