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आजमगढ़ : एक लाख का इनामी ढेर, पुलिस टीम को मिलेगा तीन लाख का इनाम
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में पुलिस के लिए सिर दर्द बने एक लाख के इनामी बदमाश को गुरुवार देर रात मुठभेड़ में पुलिस ने मार गिराया। तरवां थानाक्षेत्र के बांसगांव प्रधान सत्यमेव जयते की हत्या के मुख्य आरोपित को पुलिस ने गुरुवार देर रात मुठभेड़ में मार गिराया। बदमाश सूर्यांश दूबे पर हत्या समेत कई मुकदमें विभिन्न थानों में दर्ज थे। उस पर एक लाख का इनाम भी घोषित किया गया था।
गुरुवार रात 11 बजे सरायमीर थानाक्षेत्र के शेरवा नहर के पास पुलिस को कुछ बदमाशों के छिपे होने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही सरायमीर एसओ पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस को आता देख तीन की संख्या में मौजूद बदमाश पास ही स्थित खंडहर में छिप गए। सर्च के दौरान बदमाश पुलिस पर फायरिंग करने लगे। इधर, एसओ ने इसकी सूचना एसपी सुधीर कुमार को दी। आनन-फानन में एसपी समेत कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई। लगभग 15 मिनट तक दोनों ओर से फायरिंग होती रही। इस दौरान एक एसआई और एक सिपाही बदमाशों की गोली से घायल हो गए।
फायरिंग के दौरान ही दो बदमाश मौके का फायदा उठाकर फरार हो गए। जबकि एक बदमाश घायल अवस्था में मिला। उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। बदमाश की पहचान सूर्यांश दूबे के रूप में हुई। उस पर तीन हत्या, पुलिस पर हमला समेत 12 मुकदमें विभिन्न थानों में दर्ज हैं। एक लाख के इनामी सूर्यांश को मार गिराने पर पुलिस टीम को तीन लाख ईनाम देने की घोषणा की गई है।
गुरुवार को जिले के एक व्यापारी को इनामी बदमाश सूर्यांश दुबे ने मैसेज कर पांच लाख रुपये की रंगदारी की मांग क थी। इसकी सूचना पुलिस को लगी। इसके बाद पुलिस ने गैंगस्टर की तलाश में जुट गई। शाम को स्वाट टीम को सूचना मिली कि ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते की हत्या में वांछित एक लाख का इनामी सूर्यांश दुबे कोई बड़ी वारदात करने की फिराक में है। उसे सरायमीर थाना क्षेत्र में देखा गया है। सूचना मिलते ही स्वाट टीम ने सरायमीर थाने की पुलिस के साथ अभियान चलाया। गुरुवार की देर रात बदमाश और पुलिस में मुठभेढ़ शुरू हुई। मुठभेढ़ के दौरान बदमाश को पुलिस ने मार गिराया। उसके पास से दो पिस्टल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए गए हैं।
तरवां के बांसगांव में दलित ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते ही हत्या का मुख्य आरोपी सूर्यांश दुबे के ऊपर आजमगढ़, मऊ और जौनपुर में करीब दो दर्जन अपराधिक मुकदमे दर्ज थे। ग्राम प्रधान की हत्या के बाद राजनीति तेज हुई तो एडीजी ने एक लाख रुपये के इनाम की घोषणा कर दी थी।