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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा, कोरोना वायरस से निपटने में भारत ने किया है वैज्ञानिक क्षमता का भरपुर इस्तेमाल !
KESHARI NEWS24
नई दिल्ली। केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा है कि स्वदेशी वैक्सीन के विकास से लेकर कोरोना के इलाज तक में भारत ने अपनी वैज्ञानिक क्षमता का इस्तेमाल किया है। शंघाई सहयोग संगठन के पहले वर्चुअल युवा विज्ञानी सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी ने बताया है कि इस तरह की वैश्विक चुनौतियों से निपटने में बहुपक्षीय सहयोग कितना अहम है।
डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा, कोरोना वायरस महामारी सबसे बड़ी वैश्विक चुनौतियों में से एक है। इससे निपटने के लिए रणनीति बनाकर सामूहिक प्रयास करना जरूरी है। इसमें युवा विज्ञानियों ने अहम भूमिका निभाई है।
डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार के सहयोग से 100 से अधिक स्टार्ट अप ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए नवोन्मेषी उत्पाद और समाधान मुहैया कराए हैं। उन्होंने कहा कि करीब 30 टीके विकास के विभिन्न चरणों में हैं। इनमें से दो टीके-आइसीएमआर-भारत बायोटेक के सहयोग से विकसित को वैक्सीन और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का कोविशील्ड टीका- सबसे उन्नत चरण में है।