
UP news
वाराणसी भेलूपुर विद्युत उपकेंद्र पर कोरोना पॉजिटिव कर्मचारी को बुलाया गया दफ्तर।
KESHARI NEWS24
वाराणसी। भेलूपुर स्थित विद्युत वितरण खंड-चतुर्थ के अधिशासी अभिंयता कार्यालय में बुधवार को उस समय अफरातफरी मच गई जब कोरोना पॉजिटिव कार्यालय सहायक हाथों में दस्ताना और फेस शील्ड लगाए दफ्तर पहुंच गए। उन्हें देख जो जहां था, वहीं ठिठक गया। मौजूद कर्मचारी एक-दूसरे के पीछे छिपते नजर आए। दफ्तर में लगभग एक घंटे हड़कंप का माहौल बना रहा। उक्त कार्यालय सहायक 10 दिसंबर को कोरोना पॉजिटिव चिह्नित हुए थे। तब से वह होम आइसोलेशन में हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जानकारी होने के बाद भी दबाव बनाकर उन्हें दफ्तर बुलाया गया। परिवार के एक सदस्य की मदद से वह बाइक से दफ्तर पहुंचे थे। वहीं अधिशासी अभियंता अभिषेक सिंह ने आरोप से इनकार करते हुए कहा कि कर्मचारी को बुलाया नहीं गया था। उनके घर स्टाफ भेजकर एक आलमारी की चाभी मंगवाई गई थी। आलमारी से कुछ जरूरी फाइलें निकालनी थीं। संक्रमित कर्मचारी अधिशासी अभियंता के कमरे में पहुंचे तो वहां मीटर सेक्शन (सर्किल-3) के एक्सईएन और एक अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। उन्होंने संक्रमित को आलमारी की चाभी जमीन पर रख कर कमरे से बाहर जाने का निर्देश दिया।
कोरोना पॉजीटिव को कार्यालय बुलाना बिजली विभाग ही नहीं, कई लोगों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। क्योंकि कार्यालय आने-जाने के दौरान वह कई लोगों से संपर्क में आए होंगे। घर के उस सदस्य के भी संक्रमित होने का खतरा है, जिसके साथ वह बाइक से दफ्तर पहुंचे थे।
इस प्रकरण को विद्युत मजदूर संघ ने गंभीरता से लेते हुए गुरुवार को मुख्य अभियंता से शिकायत करने का निर्णय लिया है। संघ ने अधिशासी अभियंता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। कोरोना पॉजिटिव को कार्यालय बुलाया जाना गंभीर ममला है। यह कोविड-19 के नियमों का उल्लघंन है। अधिशासी अभियंता को कारण बताओ नोटिस दी जाएगी। एमके अग्रवाल मुख्य अभियंता ने कहा कुछ जरूरी फाइलों की लिस्टिंग करानी थी। फाइलें कार्यकारी सहायक की आलमारी में थीं और चाभी उनके पास थी। उनके घर स्टाफ भेजकर आलमारी की चाभी मंगाई गई थी।
अभिषेक सिंह अधिशासी अभियंता कोरोना संक्रमित को जबदस्ती कार्यालय बुलाया गया था। इससे उसके स्वास्थ्य पर असर पड़ा है। इस मामले में अगर संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा।