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वाराणसी के सारनाथ में आज भी डोल रही धरती डर के साये में जी रहे लोग। भूविज्ञानियों ने कही ये बात।

वाराणसी के सारनाथ में आज भी डोल रही धरती डर के साये में जी रहे लोग। भूविज्ञानियों ने कही ये बात।

KESHARI NEWS24

वाराणसी। सारनाथ में सोमवार को अचानक धरती डोलने के कारण स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई। देखते ही देखते क्षेत्र में भूकंप की अफवाह फैल गई। अधिकांश लोगों ने इस कंपन को महसूस किया। वहीं, यह कंपन आज भी महसूस किया जा रहा है। वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पिछले एक सप्ताह से हो रहा है।

वहीं, बीएचयू के भूविज्ञानियों का कहना है कि कभी कभार जमीन के नीचे पाइप या मानवीय गतिविधि भी स्थानीय स्तर पर कंपन की वजह हो सकती है। सारनाथ में जापानी बौद्ध मंदिर के पास मोड़ स्थित तिराहे पर 50 मीटर के क्षेत्र में सोमवार को सुबह से लेकर देर रात तक लोगों ने कंपन और तेज आवाज को महसूस किया। स्थानीय लोगों के अनुसार, धरती हिलने, दुकानों के शटर, गाड़ियां, बेंच और कुर्सियों में तेजी से कंपन हुआ। दुकानों के शटर से तेज आवाज आने लगी तो अनहोनी की आशंका में लोग घबराकर दूर हट गए। पूरे दिन दुकानदार और स्थानीय लोग भय के साये में रहे। कुछ लोगों का कहना है कि यहीं से एक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की मोटी पाइप गुजरती है, जिसमें लीकेज की संभावना हो सकती है। 

जानकारी होने के बाद भी पुरातत्व विभाग ने इसकी कोई सुध नहीं ली। उधर, मौसम विभाग का कहना है कि यह हलचल भूकंप नहीं है, क्योंकि 50 मीटर क्षेत्र में ऐसा होना किसी भौगोलिक हलचल को दर्शा रहा है। मौके पर निरीक्षण के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। स्थानीय लोगों के अनुसार नीचे से पानी की पाइप भी गुजरी है। संभव है, उसमें समस्या होने या गैस अथवा पेट्रोल की पाइप की वजह से भी यह समस्या हो सकती है। हालांकि, पुरातात्विक महत्व के स्थल के पास यह भूकंपीय स्थिति होना भी किसी खतरे से कम नहीं है। 

भूकंपीय स्थिति की वजह से ऐतिहासिक धरोहरों को भी काफी क्षति पहुंचने का अंदेशा है। जबकि पुरातत्व विभाग की ओर से इस हालात की न तो सोमवार को जानकारी ली गई और न ही इस बारे में विभागीय स्तर पर चर्चा हुई कि आखिर सारनाथ की धरती के नीचे चल क्या रहा है। जापानी मंदिर मोड़ के सामने पिछले एक हफ्ते से भूखंड हिलने का सिलसिला कल जाकर लोगों के सामने स्पष्ट हुआ। बीते सोमवार को काफी तेजी से जब दुकानदारों के शटर हिलने लगे तो लोगों को लगा कि पिछले दिनों से हम सब जो देख व महसूस कर रहे थे, वह सच में हो रहा है।