
वाराणसी । वरुणा एक्सप्रेस शिवपुर रेलवे स्टेशन पर भी एक मिनट रुकेगी। साथ ही इसमें स्लीपर के दो कोच लगाने का प्रस्ताव भेजा जाएगा। वरुणा के अलावा जो अन्य महत्वपूर्ण ट्रेनें हैं, उनके भी शिवपुर व लोहता में ठहराव का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। शहर उत्तरी के विधायक एवं राज्यमंत्री रवींद्र जायसवाल की मांग पर उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने कैंट स्टेशन के रेल अधिकारियों से प्रस्ताव तैयार कर भेजने को कहा है।
कैंट स्टेशन पर मंगलवार को महाप्रबंधक विकास कार्यों और स्टेशन के विस्तारीकरण पर बैठक और निरीक्षण करने पहुंचे थे। इसी दौरान वीआईपी लाउंज में मंत्री रवींद्र जायसवाल ने मुलाकात कर जनता की मांग रखी। इसमें प्रमुख रूप से वरुणा एक्सप्रेस का ठहराव, इसमें स्लीपर कोच और कैंट रेलवे स्टेशन के सामने मुख्य मार्ग को पार करने के लिए अंडर पाथ-वे निर्माण था। बताया कि पूर्व रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा के समय से ही यह मांग थी। अंडर-पाथवे बनने से पैदल यात्रियों को सहूलियत हो जाएगी।
- स्टेशनों पर यहां के साहित्यकारों और संतों की वाणी का उल्लेख किया जाए, उनका चित्रण हो। सारनाथ स्टेशन पर बुद्ध के उपदेश सुनाए जाएं।
- सूचना प्रसारण के बाद जो समय बचता है, उस दौरान बनारस घराने के संगीत का वादन हो।
- स्टेशन पर एक ऐसा फूड स्टॉल हो, जहां पर केवल बनारस के व्यंजन ही मिलें।
- रेल कॉलोनी में छह से सात दशक पूर्व बने कर्मचारी आवासों को गिराकर वहां मल्टीस्टोरी बिल्डिंग बने।
- नदेसर में धोबीघाट वाले नाले व रेलवे कॉलोनी में ध्वस्त सीवर लाइन की नियमित व्यवस्था की जाए।
- सेकेंड एंट्री का विस्तार मंडुवाडीह स्टेशन की तरह हो, ताकि जौनपुर, आजमगढ़, गाजीपुर व वरुणापार के यात्रियों को सहूलियत हो।
महाप्रबंधक ने पूरे स्टेशन परिसर का भ्रमण किया। सुबह करीब 10.30 बजे प्लेटफार्म नंबर नौ पर पहुंचे। यहां से शिवपुर के लिए गई फ्रेट लाइन देखी। इसके विस्तार में आ रही अड़चन को दूर करने को कहा। अधिकारियों ने बताया कि जमीन न मिल पाने से आउटर में जाकर पुरानी लाइन में ही इसे मिलाना पड़ा है। साथ ही सेकेंड एंट्री का कार्य भी रुका पड़ा है। इसके बाद नवनिर्मित भवन को भी देखा। बाकी बचे काम को जल्द पूरा कर यहां यात्री सुविधाएं और सेवाएं बहाल कराने को कहा।
महाप्रबंधक ने शिवपुर और व्यासनगर में माल ढुलाई की स्थिति और यहां से होने वाली आय की जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि फ्रेट के तौर पर विकसित किये जा रहे शिवपुर स्टेशन पर बुनियादी सुविधाएं पहले के मुकाबले बेहतर हो गई हैं, इसे और ठीक किया जा रहा है। ताकि 24 घंटे माल अनलोडिंग हो सके। उधर व्यासनगर से एक से पांच बोगियों वाली पार्सल सेवा की जानकारी ली।
महाप्रबंधक ने शिवपुर और लोहता स्टेशन पर यात्री सुविधाएं विकसित कर इन्हें भी सैटेलाइन स्टेशन के रूप में तैयार करने का आश्वासन दिया। इसके लिए रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेजा जाएगा। इन दोनों स्टेशनों को विकसित करने से कैंट पर बोझ कम होगा। उधर सारनाथ के विकास के लिए एनईआर से समन्वय बनाने को कहा।
महाप्रबंधक ने बताया कि कुंभ मेला को लेकर भी तैयारी पूरी है। इस बार हरिद्वार में कुंभ मेला है। वहां तक अधिक से अधिक श्रद्धालु पहुंचें और गाड़ियां खड़ी ना हों, इसके लिए दोहरीकरण पूरा करा लिया गया है। उत्तर रेलवे की पटरियों पर 130 किलोमीटर की गति से ट्रेनें दौड़ने के सवाल पर कहा कि वाराणसी-लखनऊ रूट पर पहले ही प्रस्ताव भेजा जा चुका है। लखनऊ-कानपुर, दिल्ली-लुधियाना और दिल्ली-साउथ की रूटों को प्राथमिकता दी जा रही है।
नालों की सफाई कराने को कहा महाप्रबंधक से पार्षद भी मिले। इनके क्षेत्र में रेल कॉलोनियां आती हैं। साथ ही छावनी क्षेत्र के नाले आते हैं, जिसे रेलवे ने बंद कर रखा है। पार्षद अरविंद यादव, सुशील गुप्ता ने पत्रक सौंपा और नालों की सफाई की मांग की। उधर शिवपुर क्षेत्र के पार्षद रोहित मौर्या ने स्टेशन के अंडर पास को फिर से खुलवाने की मांग की।
नार्दर्न रेलवे मेंस यूनियन ने भी पत्रक सौंप आवासों की दुर्दशा सुधारने, प्रेक्षागृह की मरम्मत, न्यू लोको कॉलोनी के लिए सब-वे निर्माण, हेल्थ यूनिट में सुविधा आदि की मांग की। इस मौके पर मंडल अध्यक्ष राजेश सिंह, डीके सिंह, सुनील सिंह आदि रहे। उधर उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन की वाराणसी शाखा के पदाधिकारियों ने ने महाप्रबंधक से मुलाकात की। गेटमैन, संकेत एवं दूरसंचार के कर्मचारियों से आठ घंटे के स्थान पर 12 घंटे ड्यूटी लेने की शिकायत की। रात्रि भत्ता की सीलिंग समाप्त करने, टीटीई विश्राम गृह में मानक के अनुरूप सुविधाएं उपलब्ध कराने, कर्मचारियों की री-स्ट्रक्चरिंग एमएसीपी का लाभ समय पर देने की मांग की। सहायक मण्डल मंत्री तारकनाथ, मंडल मीडिया सचिव आरसी पांडेय, शाखा सचिव विंध्यवासिनी यादव, चंद्रशेखर यादव, गजेन्द्र सिंह , डीपी यादव, अशोक कुमार आदि थे। कुलियों ने भी जीएम से अपनी मांग रखी।