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चंदौली : राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने किसानों से की बात , कहा किसान की बेटी हूं, किसानी बखूबी जानती हूं

चंदौली : राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने किसानों से की बात , कहा किसान की बेटी हूं, किसानी बखूबी जानती हूं


(चंदौली) : जिले के पीपीडीयू नगर में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा, किसान की बेटी हूं, किसानी बखूबी जानती हूं। अधिकारी किसानों को उन्नत किस्म का बीज व खेतों की सिचाई के लिए समय पानी उपलब्ध कराएं। किसान आधुनिक ढंग से खेती कर अपनी आय बढ़ाएं और आत्मनिर्भर बनें। प्रधानमंत्री ने देश के किसानों की आय दोगुनी करने का संकल्प लिया है। उन्नत खेती से ही इसे पूरा किया जा सकता है। उन्होंने मंगलवार को एक दिवसीय दौरे पर मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय सभागार में संवाद कार्यक्रम के दौरान किसानों से उक्त बातें कहीं।

बच्चों की शिक्षा और पोषण पर भी उनका फोकस रहा। बोलीं, बच्चों का पोषण व शिक्षा बेहद जरूरी है। आंगनबाड़ी केंद्रों में तीन से छह साल की आयु वाले बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं। ऐसे में उन्हें कान्वेंट स्कूलों की तर्ज पर विकसित किया जाए। यहां शुद्ध पेयजल, शौचालय, खेलने का सामान, रंगीन टेबल आदि की व्यवस्था हो, ताकि बच्चे आकर्षित हों। गांवों की गरीब महिलाएं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़कर आत्मनिर्भर बनें। प्रदेश में टीबी खोज अभियान कार्यक्रम के अंतर्गत व्यापक रूप से सर्वे कराया जा रहा है। क्षय रोग से ग्रसित लोगों को चिह्नित कर इलाज की व्यवस्था की जा रही है। ग्रामीण भी इसमें सहयोग करें। टीबी रोगियों के बारे में जिला प्रशासन को सूचना दें। सभी लोग मिलकर प्रयास करेंगे तो टीबी हारेगा, देश जीतेगा। क्षय रोग से ग्रसित लोगों से भेदभाव नहीं करना चाहिए, बल्कि उनका सहयोग करें। उन्होंने स्वयं सेवी संस्थाओं व उद्यमियों से कुपोषित बच्चों को गोद लेने की अपील की। कहा, आपसी सहयोग से ही कुपोषण की बीमारी दूर होगी। कुपोषित बच्चों के लिए समुचित इलाज और पोषण की व्यवस्था होनी चाहिए। दूसरे सत्र में उन्होंने एफपीओ (किसान उत्पादक संगठन) संचालक व प्रगतिशील कृषकों से संवाद किया। खासतौर से सब्जी, शिमला मिर्च, स्ट्रा बेरी व लीक से हटकर खेती करने वाले किसानों से रूबरू हुईं। कहा, उत्पादन संगठन बनने से किसानों को लाभ होगा। कृषि रक्षा अधिकारी अमित जायसवाल ने जिले में काला चावल की खेती के बाबत प्रजेंटेशन देकर राज्यपाल को जानकारी दी। अंत में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से मुखातिब हुईं। कहा, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना शुरू की गई है। महिलाएं समूहों के जुड़कर खुद के पैरों पर खड़ी हों। साथ दी देश के विकास में भी अपना योगदान दें। विभिन्न क्रियाकलापों के जरिये अपनी आय बढ़ाने की जरूरत है। वहीं बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने का संकल्प लें। समाज में झूठी शान से बचें। शादी-विवाह समेत अन्य आयोजनों में बेवजह खर्च करने से भी बचें। समूह की महिलाओं ने अपने द्वारा तैयार किए गए उत्पाद राज्यपाल को उपहार स्वरूप भेंट किया।

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राज्यपाल ने काली स्वयं सहायता समूह नौली पट्टी की रेनु विश्वकर्मा, डाक्टर भीमराव आंबेडकर स्वयं सहायता समूह चक की शकुंतला, मां सरस्वती स्वयं सहायता समूह भोड़सर शहाबगंज की आरती, सरस्वती सहायता समूह खंडवारी चहनियां की सत्यभामा देवी, प्रकाश स्वयं सहायता समूह श्रीकंठपुर चंदौली की मंजिरा देवी से संवाद किया। इसके अलावा किसान अजय सिंह, श्रीकेश, रमेश, शशिकांत राय, रतन सिंह, वीरेंद्र सिंह, कपिलदेव सिंह, बद्री यादव, अखिलेश मिश्र, किरन मिश्र, दुर्गा प्रसाद, मुनीब, अनिल मौर्य, मदनजीत सिंह, शशांक कुमार सिंह से संवाद किया।