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गोरखपुर : प्राइवेट हॉस्पिटल में सरकारी अस्पताल का इंजेक्शन लगाकर वसूले जा रहें रुपए, तीमारदारों ने मचाया हंगामा
गोरखपुर । उत्तर प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में मरीजों की जान बचाने के लिए दिए जाने वाले इंजेक्शन निजी अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। सरकार द्वारा फ्री में दिए जा रहे मंहगे इंजेक्शन को बेंच कर निजी अस्पताल संचालक जेब भर रहे हैं। बुधवार को ऐसा ही मामला तारामंडल स्थित निजी अस्पताल में सामने आया है। एक महिला मरीज को सरकारी सप्लाई की नॉट फॉर सेल का एंटी-डी इंजेक्शन लगा दिया गया। इसके बदले मरीज से 2395 रुपये भी लिए गए। मामले की जानकारी जब परिजनों को हुई तो उन्होंने हंगामा किया। सूचना पर डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची। परिजनों ने रामगढ़ताल थाने में लिखित शिकायत की है।
उरुवा के ग्राम बौरडीह निवासी अनूप मिश्रा ने गर्भवती पत्नी निशी को 18 जनवरी को तारामंडल स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया। सीजेरियन हुआ। निशी ने एक स्वस्थ्य बच्ची को जन्म दिया। बुधवार को डॉक्टर की सलाह पर से एंटी-डी(इम्यूनोग्लोबीन) इंजेक्शन लगाया गया। अनूप मिश्रा का आरोप है कि इंजेक्शन का रैपर जब देखा गया तो पता चला कि वह सरकारी सप्लाई और उस पर नॉट फॉर सेल लिखा है। इसके बदले 2395 रुपये लिए गए। इसा बिल भी अस्पताल प्रबंधन ने दिया। इस पर उन्होंने विरोध किया तो उन्हें डराया और धमकाया भी गया। इसकी सूचना जब उनके अन्य परिजनों को हुई तो वह लोग मौके पर पहुंच गए। इसके बाद हंगामा शुरू हो गया।
मौके पर पहुंची पुलिस
किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। डायल 112 की टीम भी मौके पर पहुंचीं। इसके बाद मामले को किसी तरह शांत कराया। अनूप मिश्रा ने इस मामले में लिखित तहरीर रामगढ़ताल थाना में दी है। एसओ रामगढ़ताल अनिल सिंह ने बताया कि तहरीर मिल गई है। मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
पहले धमकी दी और फिर मैनेज करने का दबाव बनाने लगे
अनूप मिश्रा ने बताया कि पहले नर्सिंग होम की तरफ से धमकी दी गई। डराया धमकाया भी गया। इसके बाद मैनेज करने के लिए दबाव बनाया जाने लगा। यहां तक यह भी धमकी दी गई कि जहां जाना हैं जाओ सब मैनेज हो जाएगा।