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प्रयागराज : इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के वीसी ऑफिस के सामने छात्रों पर लाठीचार्ज
प्रयागराज : इलाहाबाद विश्वविद्यालय में ऑफलाइन कक्षाओं के संचालन, लाइब्रेरी खोलने, हॉस्टल आवंटन की मांग को लेकर छात्रों ने मंगलवार की दोपहर कुलपति कार्यालय का घेराव किया। वहां छात्रों की चीफ प्रॉक्टर प्रो. हर्षकुमार के साथ बहस होने लगी। इसी बीच पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इससे भगदड़ मच गई और कुछ छात्र चोटिल हो गए।
छात्रों ने आरोप लगाया कि चीफ प्रॉक्टर प्रदर्शनकारी छात्रों का आईकार्ड जब्त करने लगे। जब बात नहीं बनी तो चीफ प्रॉक्टर के आदेश पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सुरक्षा कर्मियों ने कुछ छात्रों की पिटाई की। इससे पहले छात्रों ने अपनी मांगों के समर्थन में सभा की और कला संकाय परिसर में जुलूस निकालकर अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। छात्रों का विरोध हॉस्टल में रह रहे अंत:वासियों से पांच गुना जुर्माना वसूली करने के आदेश को लेकर भी था। इंक़लाबी छात्र मोर्चा के विवेक ने चेतावनी देते हुए कहा कि यादि हमारी मांगे नहीं पूरी की गई तो छात्र कुलपति दफ्तर पर 'घेरा डालो, डेरा डालो' आंदोलन शुरू करेंगे।
आधा दर्जन छात्र चोटिल
वीसी आफिस पर पुलिस द्वारा किये गये बल प्रयोग और भगदड़ में आधा दर्जन छात्र चोटिल हो गए हैं। छात्र दिव्यांशु, विवेक, सचिन आदि को चोटें आई है। प्रदर्शन का नेतृत्व विवेक ने किया। आंदोलन में मुख्य रूप से टिसा कैथल, प्रज्ञा, पंकज, देवेंद्र, मकरध्वज, प्रभात, दिव्यांशु, अरविंद, चंचल यादव, अभिषेक प्रियदर्शी, अमन, अमितेश, गुलशन, विवेक व अन्य छात्र छात्राएं शामिल रहे।
पीएसी का परिसर में मार्च
वीसी ऑफिस पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर बलप्रयोग कर उन्हें इधर-उधर कर दिया गया। देखते ही देखते परिसर छावनी में तब्दील हो गया। इसके बाद पीएसी के जवानों ने परिसर में मार्च किया।
दमन पर उतारू इविवि प्रशासन: आइसा
आइसा ने बयान जारी कर लाठीचार्ज की कड़ी निंदा की है। बयान में कहा गया है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र परिसर को खोलने और कक्षाओं के नियमित संचालन की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं परंतु छात्रों की मांग मानने के बजाय इविवि प्रशासन दमनात्मक कार्रवाई करा रहा है। पुलिस द्वारा छात्रों के साथ मारपीट व गालीगलौज किया जा रहा है।
छात्रों के साथ नहीं हुई मारपीट
इविवि की पीआरओ डॉ. जया कपूर ने बताया कि छात्र माइक लेकर वीसी कार्यालय के पर प्रदर्शन कर रहे थे। उन्हें समझाने की कोशिश की गई तो वह अपने जिद पर अड़े रहे। चीफ प्रॉक्टर ने जब प्रदर्शनकारी छात्रों से आईकार्ड मांगा तो छात्र भागने लगे। पुलिस उन्हें पकड़ने के लिए पीछा की। इस दौरान किसी छात्र के साथ मारपीट या लाठीचार्ज की घटना नहीं हुई है।