
Covid-19
UP : नियम तोड़कर कोरोना वैक्सीन लगी तो नप जाएंगे डीएम और सीएमओ
लखनऊ : कोरोना वैक्सीन को लेकर काउंट डाउन शुरू हो गया है। ट्रॉयल के बाद वैक्सीन भी आ गई है। इस दौरान वैक्सीन लगवाने वालों की सिफारिशों का दौर भी तेज हो गया है। जोर जुगाड़ से वैक्सीन लगवाने के लिए अफसरों के पास ढेरों सिफारिशें पहुंच रही हैं। सबसे ज्यादा स्वास्थ्य विभाग के अफसरों पर वैक्सीन लगवाने का दबाव बनाया जा रहा है। इसे शासन ने गंभीरता से लिया है। प्रोटोकॉल और प्राथमिकता से इतर टीका न लगाने के निर्देश जारी किए हैं।
16 जनवरी से टीकाकरण शुरू होगा। टीका लगाने के तीन ड्राईरन सफल हो चुके हैं। सोमवार और शुक्रवार को टीकाकरण होगा। नौ जनवरी को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारी और सीएमओ को आदेश दिए हैं। यह आदेश लखनऊ सीएमओ दफ्तर भी पहुंच गया है। इसमें कहा गया है कि यदि प्राथमिकता के अलावा किसी को भी वैक्सीन लगाने की शिकायत मिली तो उस जिले के डीएम और सीएमओ पर कार्रवाई की जाएगी।
ऑपरेशन गाइडलाइन का पालन करें
आदेश में साफ कहा गया है कि गाइड लाइन में तय प्राथमिकता वालों को ही वैक्सीन लगाई जाएगी। इसमें किसी भी तरह का रद्दोबदल नहीं होना चाहिए। आदेश में स्पष्ट लिखा है कि कुछ लोग निर्धारित प्राथमिकताओं से इतर वैक्सीनेशन कराने की मांग कर सकते हैं। पर, किसी भी दबाव में आने की जरूरत नहीं है। केंद्र सरकार की कोविड-19 वैक्सीन ऑपरेशन गाइडलाइन में लाभार्थियों की प्राथमिकता तय की गई है। उसी के अनुसार टीकाकरण अभियान चलना है।
51 हजार का होगा टीकाकरण
लखनऊ में प्रथम चरण के तहत 205 सरकारी व 750 प्राइवेट अस्पताल के 51 हजार हेल्थ वर्कर का टीकाकरण होगा। दूसरे चरण के तहत फ्रंट लाइन वर्कर का टीकाकरण होगा। इसमें पुलिस, होमगार्ड, नगर निगम, जिला प्रशासन समेत दूसरे विभाग के कर्मचारी शामिल हैं। अभी 27300 अधिकारी-कर्मचारियों की सूची स्वास्थ्य विभाग को मिल चुकी है।
ये है गाइडलाइन
* प्रथम चरण - हेल्थ वर्कर का टीकाकरण होगा
* दूसरा चरण - फ्रंटलाइन वर्कर का टीकाकरण होगा
* तीसरा चरण - 50 साल से ऊपर या फिर जिन्हें कैंसर, फेफड़े, दिल, मुधमेह समेत दूसरी गंभीर बीमारी है