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बैगलोर में यूपी का डिफेंस काॅरीडोर पहली बार इंटरनेशनल एयरो इंडिया शो में दिखाएगा दम - खम
बेंगलुरु में 3 से 5 फरवरी को आयोजित इंटरनेशनल एयरो इंडिया-2021 शो में उत्तर प्रदेश डिफेंस कारीडोर अपने दरवाजे पहली बार खोलने जा रहा है। प्रत्येक दो साल पर भारत में आयोजित इस शो में दुनिया भर की डिफेंस एवियेशन, सिविल एवियेशन और उनसे संबंधित उत्पाद/उपकरण बनाने वाली नामीगिरामी कम्पनियां शिरकत करती हैं।
पिछले साल लखनऊ में अब तक का सबसे बेहतरीन डिफेंस एक्सपो आयोजित कर उत्तर प्रदेश सरकार ने जहां देश-दुनिया की डिफेंस कंपनियों को अपनी तरफ आकर्षित किया था, वहीं अब तैयारी एयरो इंडिया शो में अपने पेवेलियन के मार्फत प्रदेश के डिफेंस कारीडोर में विदेशी डिफेंस कंपनियों के लिए एक बार फिर रेड कारपेट विछाने का है। तैयारी अंतिम चरण में है। रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार और हिन्दुस्तान एरोनाटिक्स लि. (एचएएल) द्वारा आयोजित इस इंटरनेशनल शो में विभिन्न देशों की कंपनियों के बीच जहां संयुक्त उपक्रम के लिए द्रिपक्षीय एमओयू और व्यापार होते हैं, वहीं भारत के रक्षा उत्पाद कंपनियों को भी अपने उत्पादों को प्रस्तुत करने और बाजार तलाशने का विश्वव्यापी अवसर प्राप्त होता है। उत्तर प्रदेश डिफेंस कारीडोर के सीईओ अवनीश अवस्थी ने एक खास बातचीत में बताया कि हम अगले महीने बेंगलूरू में आयोजित इंटरनेशनल एयरो इंडिया शो में उत्तर प्रदेश डिफेंस कारीडोर का बड़ा पेवेलियन लगाने जा रहे हैं। हमारी टीम तैयार है। उत्तर प्रदेश डिफेंस कारीडोर में अपनी यूनिट्स लगाने के लिए कई विदेशी रक्षा कंपनियों ने एग्रीमेंट किया है, और उनका काम प्रगति पर है। हम उम्मीद करते हैं कि बेंगलूरू एयरो इंडिया शो में हम और कंपनियों को उत्तर प्रदेश आने के लिए आकर्षित करने में कामयाब होंगे।
रक्षा मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस बार के एयरो इंडिया शो में कुल 541 डिफेंस कंपनियां भाग ले रही हैं। इनमें से 463 देशी और 78 विदेशी हैं। इन कंपनियों ने अपने पेवेलियन बुक करा रखे हैं। कुल 14 देश इसमें शिरकत कर रहे हैं। इसके अलावा 105 कंपनियां वर्चुअल माध्यम से इसमें अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही हैं।
एयरो इंडिया का पहला आयोजन 1996 में किया गया था, लेकिन दो दशकों बाद यानी कि 2017 आते-आते इसका कलेवर पूरा तरह बदल चुका है। भारतीय देशी कम्पनियों और सार्वजनिक क्षेत्र की कम्पनियों (पीएसयूज) की सहभागिता इसमें हर साल बढ़ती गई है। एयर शो में पहले जहां विदेशी जहाजों की हवाई प्रदर्शनियों को प्रमुख स्थान दिया जाता था, वही अब स्वदेशी लड़ाकू तेजस और हेलीकाप्टरों की आसमानी कलाबाजियों और हवाई प्रदर्शनों को प्रमुखता से दिखाया जाता है।