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चंदौली : सरकारी गल्ले की दुकानों को सीएमओ का निर्देश , गोल्डन कार्ड देख कर दे राशन

चंदौली : सरकारी गल्ले की दुकानों को सीएमओ का निर्देश , गोल्डन कार्ड देख कर दे राशन

चंदौली : सरकारी सस्ते गल्ले के दुकानदार अब पात्रों का आयुष्मान गोल्डेन कार्ड बनवाएंगे। सीएमओ ने इसको लेकर पूर्ति निरीक्षकों को पत्र भेजकर निर्देशित किया है। कोटेदार राशन लेने आने वाले कार्डधारकों में परिवार में किसी एक व्यक्ति का गोल्डेन कार्ड देखकर ही राशन देंगे। वहीं जिनके पास गोल्डेन कार्ड नहीं होगा, उनका सहज जनसेवा केंद्र अथवा योजना के तहत अनुबंधित अस्पताल में आवेदन कराकर कार्ड बनवाएंगे। नई प्रणाली से लोगों को काफी सहूलियत होगी।

जिले में 1.50 लाख से अधिक लोगों का गोल्डेन कार्ड बना है। हालांकि अभी तक सैकड़ों लोग ऐसे हैं, जिनका कार्ड नहीं बन सका है। दो दर्जन अधिक गांवों में एक भी व्यक्ति का गोल्डेन कार्ड नहीं बना। इससे गरीबों को मुफ्त इलाज की सुविधा नहीं मिल पा रही है। स्वास्थ्य व आपूर्ति विभाग की संयुक्त पहल से गोल्डेन कार्ड बनवाने में तेजी लाई जाएगी। पात्रों का गोल्डेन कार्ड बनवाने की जिम्मेदारी कोटेदारों को सौंपी जाएगी। कोटेदार राशन कार्डधारकों को अनाज का वितरण करते समय आयुष्मान गोल्डेन कार्ड की सूची में उनके नाम का मिलान करेंगे। इसके बाद गोल्डेन कार्ड भी देखेंगे। जिस कार्डधारक के परिवार में एक भी व्यक्ति का गोल्डेन कार्ड नहीं बना होगा, उन्हें चिह्नित किया जाएगा। कोटेदार उन्हें सहज जनसेवा केंद्र अथवा योजना के तहत अनुबंधित नजदीकी सरकारी अथवा निजी अस्पताल ले जाकर आवेदन कराएंगे। इसके बाद उनका गोल्डेन कार्ड बन जाएगा। इसको लेकर सीएमओ ने आपूर्ति विभाग को पत्र लिखा है।

आयुष्मान लाभार्थियों का गोल्डेन कार्ड बनवाने में कोटेदारों की मदद ली जाएगी। कोटेदार गांवों में ऐसे लोगों को चिह्नित करेंगे, जिनके पास गोल्डेन कार्ड नहीं है। सहज जन सेवा केंद्र व अनुबंधित अस्पतालों में आवेदन कराकर गोल्डेन कार्ड बनवाया जाएगा। इसके बाबत पूर्ति विभाग को पत्र भेजा गया है।