
जौनपुर: पुलिस ने रविवार की रात चार असलहाधारी अपराधियों को गिरफ्तार किया। अपराधी रिटायर्ड बीडीओ व उनकी पत्नी की हत्या करने गाजीपुर जा रहे थे। संपत्ति हड़पने के लिए हत्या की साजिश रचने वाला भतीजा भी गिरफ्तार आरोपितों में शामिल है। एएसपी (सिटी) डाक्टर संजय कुमार ने सोमवार को पुलिस लाइन में आरोपितों को मीडिया के सामने पेश कर पूछताछ किया। बताया कि संयुक्त पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर चारों अपराधियों को सिपाह तिराहे से उस समय धर दबोचा जब वे वारदात को अंजाम देने गाजीपुर जाने के लिए बस का इंतजार कर रहे थे। तलाशी में इनके पास से 315 बोर के दो तमंचे व चार कारतूस मिले। गिरफ्तार आरोपितों में शुभम सिंह उर्फ रजनीश सिंह निवासी कोतवालपुर, सुरेंद्र यादव उर्फ राजित उर्फ रंजीत यादव उर्फ लंबू निवासी राजेपुर, दीपक सिंह निवासी मनहन थाना जलालपुर और दंपती का भतीजा आनंद कुमार सिंह निवासी सराय थाना रामगढ़ जिला कैमूर (बिहार) हैं। शुभम सिंह उर्फ रजनीश सिंह के विरुद्ध थाना जलालपुर व शहर कोतवाली में छह, सुरेंद्र यादव के विरुद्ध तीन, दीपक सिंह व आनंद सिंह के विरुद्ध दो-दो आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
पूछताछ के दौरान आनंद सिंह ने पूरी साजिश कुबूल की। बताया कि उसके पिता तीन भाई हैं। बड़े नि:संतान पिता रिटायर्ड बीडीओ श्रीनारायण सिंह के हिस्से में गांव में दो करोड़ रुपये कीमत की आठ एकड़ जमीन है। जिसे बेचने के लिए उन्होंने गांव के ही सुमंत सिंह से सौदा कर रखा है। जमानिया (गाजीपुर) में उनका लगभग 60 लाख रुपये मूल्य का मकान है। इसे वह अपने साले को देना चाह रहे थे। उनकी करोड़ों की संपत्ति का वारिस बनने के लिए मैंने ताऊ व ताई की हत्या कराने की बात अपने मित्र दीपक सिंह कही। दीपक ने अंतरजनपदीय शूटरों शुभम सिंह व सुरेंद्र को 10 लाख में सुपारी तय कराई दी। सोमवार को जमानिया में वारदात को अंजाम देना था। पुलिस टीम को दस हजार रुपये का पुरस्कार
एएसपी (सिटी) ने बताया कि गिरफ्तारी व बरामदगी करने वाली पुलिस टीम को एसपी राज करन नय्यर ने दस हजार रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की है। टीम में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक संजीव कुमार मिश्र, एसओजी प्रभारी निरीक्षक पर्व कुमार सिंह, सर्विलांस प्रभारी एसआइ राम जन्म यादव, एसएसआइ गोविद देव मिश्र, हेड कांस्टेबल बब्बन सिंह चौहान, जितेंद्र बहादुर सिंह, रामकृत यादव, जयशील तिवारी, कांस्टेबल राहुल कुमार, विपिन यादव व श्वेत प्रकाश सिंह रहे।