Headlines
Loading...
 असम दौरे पर पीएम मोदी ने कहा , अहोम राजाओं की राजधानी बनने के गौरव पाने से लेकर बाढ़ की त्रासदी झेलता धेमाजी

असम दौरे पर पीएम मोदी ने कहा , अहोम राजाओं की राजधानी बनने के गौरव पाने से लेकर बाढ़ की त्रासदी झेलता धेमाजी

असम । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को असम के धेमाजी पहुंचे। बीते एक महीने में उनका यह तीसरा असम दौरा है। इस दौरे की खासियत यह है कि वे जहां-जहां भी गए, उन इलाकों का कोई न कोई ऐतिहासिक महत्व है। इसी तरह धेमाजी का भी महत्व है। अहोम राजाओं की इस पहली राजधानी की गौरव गाथा से लेकर बाढ़ की त्रासदी तक का सफर।


गुवाहाटी से लगभग 400 किलोमीटर दूर स्थित धेमाजी पुरातन इतिहास, कला-संस्कृति के साथ बाढ़ त्रासदी का भी गवाह रहा है। ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तर में बसे इस जिले के पिछले हिस्से में अरुणाचल बसा है। जहां से हिमालय की पहाड़ियां नजर आती है। हिमालय और ब्रह्मपुत्र नदी की वजह से यहां की धरती में कई तरह की वनस्ततियां है।


धेमाजी जिला प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार वर्ष 1240 ईस्वी के आसपास प्रथम अहोम राजा चाउ चुक्फा ने धेमाजी जिले के हाबूंग नामक स्थान पर अपनी राजधानी बनाई, पर यहां बार-बार आने वाली बाढ़ की वजह से बाद अपनी राजधानी बदल ली। उसके बाद यह चुटिया राजाओं के अधीन आ गया। वर्ष 1523 ई. में एक बार फिर अहोम राजा चुहुंग-मूंग ने चुटिया राज्य पर हमला करके धेमाजी को अपने नियंत्रण में ले लिया।


अरुणाचल प्रदेश की सीमा से सटा यह शहर ऐतिहासिक अहोम राजाओं से जुड़े स्थानों से लेकर 1965 की भारत-चीन लड़ाई और 2004 में उल्फा उग्रवादियों द्वारा किए गए बम हमले (जब धेमाजी स्कूल के बहुत से छात्र मारे गए थे) असम के इतिहास में इस जिले की उपस्थिति को दर्शाते हैं।