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OMG ! 192 बार ड्राइविंग टेस्ट में फेल, 17 साल से कामयाब होने के लिए कोशिश जारी

OMG ! 192 बार ड्राइविंग टेस्ट में फेल, 17 साल से कामयाब होने के लिए कोशिश जारी

नई दिल्ली। किसी को भी सड़क पर वाहन चलाने के लिए सरकारी नियमों के अनुसार ड्राइविंग लाइसेंस होना चाहिए। आप बाइक या कार चलाते हैं तो आपके पास ड्राइविंग लाइसेंस होना अनिवार्य है। अगर आपके पास नहीं है या आप दोषी पाए जाते हैं और इसके लिए आपको जुर्माना भी भरना पड़ता है। ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के लिए सभी को एक टेस्ट पास करना पड़ता है। कई लोग एजेंट के जरिए बिना टेस्ट दिए लाइसेंस बनवा लेते हैं। लेकिन कई देश ऐसे हैं जहां पर प्रैक्टिस टेस्ट खुद को पास करना ही पड़ता है तब जाकर डीएल हासिल होता है। कई लोग ड्राइविंग टेस्ट में एक बार दो बार नहीं 10 बार फेल हो जाते हैं। आज आपको एक ऐसे बंदे के बारे में बताने जा रहे हैं जो 100 बार से भी ज्यादा ड्राइविंग टेस्ट में फेल हो गया है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि 17 साल से वह ड्राइविंग लाइसेंस हासिल करने की कोशिश में जुटा हुआ है।



यह अनोखा मामला पोलैंड (Poland) का है। यहा पर एक शख्स को ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, यह शख्स एक, दो या 10 नहीं ल्कि 192 बार ड्राइविंग लाइसेंस के टेट में फेल गया है। वह सालों तक लगातार फेल हो रहा है। 50 साल के एक शख्स ने ड्राइविंग टेस्ट फेल करने के मामले में रिकॉर्ड बना डाला है। वह शख्स पिछले 17 सालों से लगातार कार ड्राइविंग सीख रहा है और अब उन्होंने 192वां टेस्ट देकर फेल होने का रिकॉर्ड बनाया है।


दो दशक से कार चलाने की ट्रेनिंग लेने वाले शख्स ने अब तक लाख रुपए से ज्यादा रुपएा खर्च कर चुका है। रूल्स के मुताबिक, पोलैंड में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए पहले एक थ्योरी पेपर पास करना होता है। उसमें पास हो जाने के बाद इंसान का प्रैक्टिकल टेस्ट होता है। पोलैंड में टेस्ट देने की कोई लिमिटेशन नहीं है। इस परीक्षा का पास रेट थ्योरी रेट के लिए अक्सर 50 से 60 प्रतिशत होता है। वही प्रैक्टिकल के लिए ये संख्या 40 प्रतिशत है।


इससे पहले यह रिकॉर्ड पोलैंड के एक ऐसे शख्स के नाम था। उस बंदे ने 40वें बार में लाइसेंस का एग्जाम क्लियर किया था। इसके अलावा पोलैंड के अपोलो शहर में एक शख्स ने अभी तक 113 बार ड्राइविंग टेस्ट दे चुका है लेकिन अभी तक पास नहीं हुआ है। इस खबर के सामने आने के बाद अब पोलैंड में ड्राइविंग टेस्ट देने की लिमिटेशन को लेकर चर्चा होने लगी है। लोगों ने सरकार से इस बारे में कानून बनाने की मांग की है।