
National
देर रात 3 से 4 बजे तक चलती रहीं नड्डा-शाह की मीटिंग, इलेक्शन से लेकर संसद तक के बनाते हैं प्लान
नई दिल्ली । एक तरफ संसद सत्र चल रहा है तो दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल सहित 5 राज्यों का चुनाव दोहरे मोर्चे पर पार्टी की रणनीति तय करने के लिए भाजपा के दो बड़े नेता न दिन का ख्याल करते हैं न ही रातों का ध्यान रखते हैं . पिछले एक हफ्ते से गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की रात तीन से चार बजे तक बैठकें आम हो चलीं हैं. बुधवार की रात जब गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बंगाल कोर ग्रुप के नेताओं के साथ पार्टी मुख्यालय पर सुबह चार बजे तक मैराथन बैठक की तो लोग चौंक उठे. तब जाकर लोगों को पता चला कि भाजपा में इतनी रात-रात तक बैठकें हो रही हैं.
भाजपा नेताओं का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी ने 18-18 घंटे काम करने की ऐसी लकीर खींच रखी है, जिसे दूसरे नेता फॉलो करते हैं. पार्टी के एक नेता ने बताया, “चूंकि बैठक पार्टी ऑफिस पर थी, इसलिए सबको पता चला कि चार बजे तक हुई, लेकिन पार्टी के शीर्ष नेता अपने आवास पर ऐसी बैठकें पिछले कुछ दिनों से लगातार कर रहे हैं. भाजपा नेताओं के लिए टिकटों के बंटवारे से लेकर चुनावी तैयारियों और संसद के बजट सत्र की रणनीति बनाने के लिए सुबह से लेकर देर रात तक बैठकें जरूरी हो चली हैं.”
पार्टी सूत्रों ने बताया कि गृहमंत्री अमित शाह संसद भवन परिसर, गृह मंत्रालय और अपने आवास पर देर रात तक बैठकें करते हैं. एक नेता ने कहा, “गृहमंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा की बैठकों के शुरू होने का समय तो निश्चित होता है, लेकिन बैठकें कब खत्म होगीं, इसका समय निर्धारित नहीं होता.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बुधवार को भाजपा मुख्यालय पर केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के दौरान रात साढ़े 12 बजे तक मौजूद रहे थे. अगले ही दिन गुरुवार को वह 11 बजे से बंगाल के पुरुलिया में निर्धारित रैली के लिए भी पहुंच गए और फिर वहां से असम जाकर भी रैली की. प्रधानमंत्री मोदी के भाजपा मुख्यालय से बुधवार की देर रात जाने के बाद गृहमंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा ने सुबह चार बजे तक बैठक की और फिर अगले दिन संसद सत्र में हिस्सा लेने भी चले गए.
खास बात है कि जेपी नड्डा और अमित शाह ने बुधवार को दिन में भी पांच घंटे से ज्यादा समय तक मीटिंग की थी. राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर दिन में 11 बजे से शुरू हुई बंगाल कोर कमेटी की मीटिंग करीब पांच से छह घंटे तक चली थी, जिसमें गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद थे. जिसके बाद फिर रात साढ़े आठ बजे से प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में पार्टी मुख्यालय पर केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक देर रात तक हुई थी.