UP news
अयोध्या : श्रीराम के दर्शन के साथ यह सुविधा मिलेगी बिल्कुल फ्री
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में रामलला के दर्शन के लिए आए दर्शनार्थियों को लॉकर की सुविधा मुफ्त में दी जाएगी. मंदिर में दर्शनार्थियों के लिए लॉकर की सुविधा न होना लंबे समय से एक मुसीबत बनी हुई थी.
सुरक्षा कारणों के चलते रामलला का दर्शन कोई वस्तु साथ लेकर नहीं किया जा सकता और त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे के पहले द्वार से ही सामान के चलते श्रद्धालुओं को वापस लौटा दिया जाता है. ऐसे में रामलला के दर्शन मार्ग पर आए दर्शनार्थियो की वस्तुओं को सुरक्षित रखने के लिए कई लॉकर खोले गए लेकिन कुछ को छोड़ कर कोई भी सहूलियत वाले नहीं रहे.
लॉकर में समान रखने वाले दर्शन अवधि के केवल आधा-एक घंटे तक घड़ी, बेल्ट, पेन, कंघी, मोबाइल जैसी वस्तुएं रखने के लिए लॉकर संचालकों एक वस्तु पर पांच से 10 रुपये तक वसूलने लगे. इस व्यवस्था से श्रद्धालुओं की भावनाएं आर्थिक तौर पर आहत करने के साथ साथ श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े किए. बिना किसी समुचित व्यवस्था और सावधानी के लॉकर में अपनी वस्तुएं जमा करने का खतरा रहता है, जो सुरक्षा व्यवस्था के लिए चुनौती बन सकती हैं.
बीते वर्ष फरवरी से रामजन्मभूमि परिसर का दायित्व का जिम्मा उठा रहे रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के प्रतिनिधि भी दर्शनार्थियों के लॉकर की समुचित व्यवस्था को लेकर विकल्प तलाश रहे थे. उसी के चलते अयोध्या में रामलला के दर्शन मार्ग पर स्थित आस्था के एक अन्य सुप्रसिद्ध केंद्र अमावा राम मंदिर के प्रबंधक एवं पूर्व आइपीएस अधिकारी आचार्य किशोर कुणाल से रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने लॉकर सुविधा को शुरू करने के लिए उनका सहयोग मांगा है.
आचार्य कुणाल ट्रस्ट के इस प्रस्ताव को मान कर लॉकर बनवाना शुरू कर दिया गया है. फिलहाल अभी दौ सौ लॉकर बनवाए जा रहे हैं. यहां मौजूद रामलला के दर्शनार्थियों की वस्तुएं भी पूरी तरह सुरक्षित रहेंगी और उन्हें इसके लिए किसी भी तरह का कोई शुल्क भी नहीं देना पड़ेगा. आचार्य कुणाल द्वारा रामलला के हजारों दर्शनार्थियों को निशुल्क भोजन भी कराया जाता है. उनकी आगे की योजना रामलला के दर्शनार्थियों के लिए मुफ्त प्रसाधन भी विकसित करना है.
अभी हाल में वे राम रसोई में भोजन करने आने वाले रामलला के दर्शनार्थियों, रामलला की सुरक्षा व्यवस्था में लगे पुलिस के जवानों एवं महिलाओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रसाधनों का इंतजाम कर रहे हैं, पर जल्द ही भविष्य में उनकी योजना रामलला के सभी दर्शनार्थियों को प्रसाधन मुहैय्या कराने की है.