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बरेली : टाइगर रिजर्व के माला रेंज में चार शावकों को जिंदा देखकर खुशी से झूम उठे वन अधिकारी
बरेली । टाइगर रिजर्व के माला रेंज में चार शावकों को जिंदा देखकर वन अधिकारी खुशी से झूम उठे। बिन मां के चार शावक एक सप्ताह से जंगल में भटक रहे थे। बुधवार को रेस्क्यू में सफलता मिली। एक झाड़ी के नीचे से चारों को सुरक्षित जाल लगाकर पकड़ लिया गया। सभी स्वस्थ हैं। अब उनको लखनऊ चिड़ियाघर भेज दिया जाएगा। यदि टाइगर रिजर्व में छोड़ा गया तो नर टाइगर उनको मार सकते हैं।
टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर जावेद अख्तर ने बताया,एक सप्ताह पहले सूचना मिली थी, माला रेंज में टाइगर के चार सावक हैं, जो बिन मां के हैं। उनके साथ उनकी मां नहीं है। किसी दिन कोई नर टाइगर उनको मार सकता है। वन अधिकारियों को सूचना नहीं थी कि टाइगर रिजर्व में चार शावक हैं। सूचना मिलते ही सभी अधिकारी खुशी से झूम उठे। शावकों की तलाश में रेस्क्यू शुरू किया गया। 6 दिन तक शावकों का कहीं कुछ पता नहीं चला। डर था, कहीं किसी जानवर ने उनको मार तो नहीं दिया।
कई किलोमीटर का जंगल खंगाला गया। बुधवार की दोपहर खुशी की लहर दौड़ गई। एक झाड़ी के नीचे चारों शावक आराम से बैठे हुए थे। रेस्क्यू टीम ने झाड़ी के चारों तरफ जाल लगाकर रेस्क्यू पूरा किया। चारों शावक पिंजड़े में बंद किए गए। इसके बाद उनका मेडिकल परीक्षण कराया गया सभी स्वस्थ पाए गए हैं। मांस खाने को दिया तो चारों ने भरपेट मांस खाया। शावक कई दिनों से भूखे थे। इसे आश्चर्य ही कहा जाएगा, जो बिना मां के शावक इतने दिनों तक जिंदा बच गए।
डायरेक्टर जावेद अख्तर का कहना है, एक बड़ी उपलब्धि है। चार शावक नहीं अब उन्हें टाइगर ही कहिए। क्योंकि, ढाई-ढाई महीने के शावक हैं। उनको लखनऊ चिड़ियाघर भेज दिया जाएगा। जंगल में छोड़ना खतरनाक हो सकता है। नर टाइगर, जंगली कुत्ते, तेंदुए शावकों को मार सकते हैं।