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चंदौली : स्वास्थ्य विभाग की एएनएम भर्ती में धांधली के कारण रद्द , शासन ने मांगी जांच रिपोर्ट
चंदौली : स्वास्थ्य विभाग में संविदा पर एएनएम की भर्ती में धांधली की बात सामने आई है। सकलडीहा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव की शिकायत पर शासन ने इसका संज्ञान लिया है। भर्ती प्रक्रिया को रद करने की मंशा जताते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशक को प्रकरण की जांच कर 15 दिन में रिपोर्ट मांगी है। शासन स्तर से जांच बैठते ही चयन समिति में शामिल रहे अधिकारियों-कर्मचारियों में खलबली मची है।
जिले के पांच पीएचसी व चार सीएचसी में एएनएम व फार्मासिस्ट के पद रिक्त थे। वहीं आयुष चिकित्सकों के भी पद खाली थे। स्वास्थ्य विभाग की ओर से 29 व 30 जनवरी और 19 फरवरी को साक्षात्कार के जरिए पांच आयुष चिकित्सक, चार एएनएम व दो फार्मासिस्टों का साक्षात्कार के आधार पर चयन किया गया। सकलडीहा विधायक ने चयन प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए और विधानसभा में एक मार्च को अध्यक्ष के समक्ष चयन प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाया था। कहा कि चयन समिति में मानक के अनुरूप चिकित्सकों का पैनल नहीं बनाया गया। आरक्षण प्रणाली का भी ध्यान नहीं रखा गया है। मनमाने तरीके से स्वास्थ्यकर्मियों की नियुक्ति कर दी गई। विधानसभा सचिवालय की ओर से इस बिदु पर शासन से जवाब मांगा गया है।
इस पर शासन के अनु सचिव आनंद कौशिक ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक को पत्र भेजकर मामले की जांच कर रिपोर्ट मांगी है। ऐसे में भर्ती रद होने की भी आशंका है। शासन के सख्त रुख के बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मची है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. वीपी द्विवेदी ने कहा कि जिस दिन साक्षात्कार हुआ, उसी दिन परिणाम घोषित कर अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र भी दे दिया गया। चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों का चयन पारदर्शी तरीके से किया गया है। संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य जांच के सिलसिले में आए थे। प्रकरण के बारे में पूछताछ कर कुछ अभिलेख भी अपने साथ ले गए।