
UP news
फर्रुखाबाद : रेलवे स्टेशन की अव्यवस्था देख भड़के डीआरएम , तुरंत सुधार के दिए निर्देश
फर्रुखाबाद। पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर मंडल के महाप्रबंधक के 18 मार्च को प्रस्तावित निरीक्षण को देखते हुए पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) आशुतोष पंत शुक्रवार को स्टेशन पर तैयारियां परखने पहुंचे। यहां प्लेटफार्म पर पानी और आवासों के बाहर नालियां चोक देखकर वे भड़क गए। उन्होंने तुरंत सुधार के निर्देश दिए।
डीआरएम सुबह 11 बजे यहां स्पेशल ट्रेन से पांच नंबर प्लेटफार्म पर पहुंचे। उन्होंने शौचालय और बुकिंग दफ्तर देखा। प्लेटफार्म पर लगे पुराने बोर्ड बदलने के लिए कहा। प्रतीक्षालय का शौचालय दुरुस्त करने के निर्देश दिए। कर्मचारियों के आवासों की ओर पहुंचे। वहां नालियां चोक मिलीं। इस पर नाराजगी जताई और व्यवस्था ठीक करने के लिए कहा। एक आवास में जाकर परिजनों से बातचीत की। वापसी में जीआरपी गेट के सामने वाले गेट से प्लेटफार्म पर चढ़े, तो पानी भरा देख भड़क गए। इस समस्या को दूर करने के लिए कहा।
डीआरएम ने कहा कि कहीं भी खुले तार नहीं दिखने चाहिए। उनके साथ एडीआरएम अजय वाष्र्णेय, सीनियर डीएसओ एनके जोशी, सीनियर डीसीएम नीतू सिंह, डीसीआई अवध बिहारी और स्टेशन अधीक्षक योगेंद्र कुमार शाक्य मौजूद रहे।
डीआरएम ने केसरी न्यूज़ 24 पत्रकार से वार्ता करते हुए कहा कि तेजी से ट्रेनों की संख्या बढऩे लगी है। अब सभी स्टेशनों पर ट्रेनें रुकेंगी। हां कुछ किराया बढ़ाया गया है। प्लेटफार्म संख्या दो के उच्चीकरण के लिए आठ मार्च से 45 दिन का ब्लाक शुरू होगा। स्टेशन को सुंदर बनाया जा रहा है। एक सवाल पर बोले कि सरकार निजीकरण करेगी, तो वह भी यात्री हित में होगा। उन्होंने सफाई कर्मी के निधन पर दुख व्यक्त किया।
महाप्रबंधक के निरीक्षण में अपनी लाज बचाने के लिए मंडल स्तर के अफसर हर भरसक प्रयास कर रहे हैं। उन्हें पांच नंबर प्लेटफार्म तक ही सीमित रखने की योजना है। डीआरएम ने निरीक्षण किया, तो एक अफसर बोले, सर! जीआरपी बैरक की हालत ठीक नहीं है। इस पर एडीआरएम अजय वाष्र्णेय ने कहा कि कोई बात नहीं, सब देख लिया जाएगा। वह उनकी अपनी बैरक है, रेलवे की नहीं है।
ट्रेन दुर्घटना में गुरुवार रात साथी की मौत के बाद से सभी सफाई कर्मियों ने काम बंद कर दिया। उन्होंने गरीब परिवार को सहायता दिलाने की मांग की। सुबह से किसी भी कर्मचारी ने स्टेशन परिसर में काम नहीं किया। डीआरएम ने काम शुरू करने की बात कही।
ड्यूटी के दौरान ट्रेन से कटे सफाई कर्मी आदेश के परिजन डीआरएम से मिले। पिता किशनलाल आदेश की तीन साल की मासूम बेटी अंशिका को लेकर स्टेशन पहुंचे। उन्होंने सहायता मांगी। डीआरएम ने अधीनस्थ को तुरंत ठेकेदार से नियमानुसार सभी देयों का भुगतान कराने तथा रेलवे से नियम के अनुसार सहयोग का भरोसा दिया। कहा कि वह अपने स्तर से भी सहयोग करेंगे। कहा कि आगे से सभी अपना ध्यान रखें। असावधानी न बरतें।
रैकों के लोडिंग-अनलोडिंग ठेकेदार बॉबी यादव ने शिकायत कीकि मालगोदाम के अधिकारी शोषण कर रहे हैं। उनकी रैकों को लेट किया जाता है। फिर 25-25 हजार रुपये की पेनाल्टी डाली जाती है। डीआरएम ने लिखित शिकायत करने व जांच के बाद कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।