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सफ़ेद प्याज़ के जानें फ़ायदे , लाल की तुलना में ज्यादा होता फ़ायदा
प्याज भारतीय कुकिंग रेसिपीज का एक अटूट हिस्सा है। रिसर्च के अनुसार सफेद प्याज बहुत ही स्वास्थ्यवर्धक है, जिनमें विटामिन सी फ्लेवोनॉयड्स और फाइटोन्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं। प्याज में पाए जाने वाले फ्लेवोनॉयड कई तरीके की बीमारियों जैसे पार्किंसन, स्ट्रोक और हृदय संबंधित बीमारियों के खतरे को कम करते हैं।
इनके अलावा प्याज में फाइबर, फोलिक एसिड, एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीबैक्टीरियल एजेंट भी पाए जाते हैं। एलियम या प्याज परिवार की सब्जियों में से प्याज सबसे ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक है। सफेद प्याज को किसी भी रूप में खाना स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है। ऐसा कहा जाता है कि प्याज की खेती 5000 सालों से की जा रही है। यहां तक की सोलहवीं सदी के डॉक्टर भी बहुत सी बीमारियों जैसे औरतों में पाए जाने वाले बांझपन के लिए प्याज खाने की सलाह देते थे ।
बहुत सारे अध्ययन भी इस तरफ इशारा करते हैं कि प्याज में ब्लड शुगर लेवल संतुलित करने की शक्ति है। औषधि मेंं प्रयोग होने के साथ-साथ सफेद प्याज स्वादिष्ट भी होता है और पूरे संसार में कई पाक विधियों में भी प्रयोग किया जाता है। यहां पर आज हम सफेद प्याज से होने वाले स्वास्थ्य लाभ के बारे में बात करेंगे
पति-पत्नी में प्यार होना बहुत जरूरी है। इसके लिए परिवार में तालमेल होने के साथ पति-पत्नी के बीच शारीरिक संबंधों की संतुष्टि होना भी बहुत जरूरी है। इसके बिना धीरे-धीरे रिश्तों में भी दरार आनी शुरू हो जाती है। कुछ लोग मर्दानी कमजोरी के दूर करने की लिए शर्म के कारण किसी से बात नहीं करते। जिससे यह परेशानी बढनी शुरू हो जाती है। प्याज इस परेशानी को दूर करने में बेहद कारगर है। इसके सेवन से मर्दों में आई कमजोरी भी दूर हो जाती है। आयुर्वेद में सफेद प्याज के फायदोें को देखते हुए इसे औषधि में भी शामिल किया गया है। मर्दानगी को बढ़ाने के लिए प्याज और घी का सेवन बहुत गुणकारी है। यह किसी भी तरह की यौन समस्या से छुटकारा पाने के लिए फायदेमंद हैं।
कुछ मर्दों में किसी कारण सपर्म की गड़गड़ी के कारण नपुंसकता आ जाती है। इस कमी को पूरी करने के लिए सफेद प्याज का रस और शहद लें। इसके एक साथ सेवन से लाभ मिलेगा।
मर्दानगी बढ़ाने के लिए प्याज,अदरक,शहद और घी मिलाकर इस मिश्रण का सेवन लगातार 21 दिनों तक सुबह,शाम करें।
सफेद प्याज का रस और अजवाइन को मिलाकर धूप में सुखा लें। जब यह अच्छी तरह सूख जाए तो इसे बारीक पीस कर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को 5 ग्राम घी और 5 ग्राम शक्कर के साथ दिन में तीन बार सेवन करने से मर्दानगी की कमजोरी दूर हो जाती है।