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UP : 25 मार्च से लॉकडाउन लगाने का सीएम योगी ने दिए संकेत , सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
लखनऊ । कौशांबी जिले में फिर 25 मार्च से लॉकडाउन लगाने का वीडियो वायरल होने से चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। यह वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से फैल रहा है, जिससे लोग लॉकडाउन लगने की आशंका से चिंतित हैं। हालांकि, डीएम अमित कुमार सिंह ने इसका खंडन किया है। जिलाधिकारी का कहना है कि वीडियो पुराना है। लोग ऐसी अफवाहों पर ध्यान न दें।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोलते दिखाई दे रहे हैं। सीएम यह कहते दिख रहे हैं कि अगले चरण में प्रदेश के 15 जिलों में पूरी तरह से लॉकडाउन रहेगा। स्वास्थ्य सेवाओं का पूरा ख्याल रखा जाएगा। राहत सामग्री बांटने से लेकर पुलिस और एंबुलेंस को छूट देने का जिक्र करते सुना जा रहा है।
शुक्रवार को यह वीडियो फेसबुक और व्हाट्सएप ग्रुपों में तेजी से फैल गया। तमाम लोग फोन कर इसके बारे में पूछताछ करते रहे। डीएम अमित कुमार सिंह ने बताया कि लॉकडाउन लगने संबंधी कोई सूचना नहीं है। जो वीडियो वायरल हो रहा है, वह पुराना है। जनता इस पर ध्यान न दे और ऐसी अफवाहों से बचे। इसको वायरल करने से भी लोग बचें।
देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या के लगातार बढ़ने को लेकर प्रदेश की योगी सरकार सजग हो गई है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयारी की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने बताया था कि प्रदेश में टेस्टिंग लगातार बढ़ाई जा रही है। हमारा ध्यान टारगेट टेस्टिंग पर है। होली में बाहर से आने वालों की जांच की जाएगी। संक्रमण से बचाव के लिए केंद्र द्वारा जारी किए गए निर्देशों का प्रदेश में पालन करवाया जा रहा है।
उन्होंने कहा था कि कुछ राज्यों में कोरोना संक्रमण में पुन: तेजी से वृद्धि हो रही है। उत्तर प्रदेश में भी कुछ जिलों में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। जिलों में इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर पूरी तरह सक्रिय कर दिए गए हैं। होली के मद्देनजर रेलवे स्टेशनों और हवाई अड्डों पर यात्रियों की रैंडम व प्रारंभिक जांच होगी। इसके साथ ही उन्होंने साफ कर दिया कि यूपी में अभी लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू पर विचार नहीं किया जा रहा है।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने राजधानी में फिर से माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने का फैसला लिया। एक मरीज मिलने पर भी माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा। इसमें पहले की तरह व्यवस्था रहेगी। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मरीज मिलने पर उसके ढाई सौ मीटर की दायरे को माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा।