Headlines
Loading...
UP : सैन‍िक स्‍कूल का पहला छात्र बना नौसेना का कमांडर इन चीफ, अजेंद्र बहादुर को म‍िली ईस्टर्न नेवल कमांड

UP : सैन‍िक स्‍कूल का पहला छात्र बना नौसेना का कमांडर इन चीफ, अजेंद्र बहादुर को म‍िली ईस्टर्न नेवल कमांड

लखनऊ । देश के पहले कैप्टन मनोज पांडेय यूपी सैनिक स्कूल के एक पूर्व छात्र कैडेट की भारतीय नौसेना में पहली बार ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ के पद पर तैनाती हुई है। वाइस एडमिरल अजेंद्र बहादुर सिंह सोमवार को ईस्टर्न नेवल कमांड के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ (एफओसी-इन-सी) बन गए हैं। सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण ईस्टर्न नेवल कमांड के एफओसी-इन-सी बनने वाले वाइस एडमिरल अजेंद्र बहादुर सिंह को एक जुलाई 1983 को नौसेना में कमीशंड प्राप्त हुआ। सैनिक स्कूल के बाद उन्होंने एनडीए ज्वाइन की। अपने 38 साल के शानदार करियर में वाइस एडमिरल सिंह ने नेवीगेशन और डायरेक्शन की विशेषज्ञता हासिल की है। उनकी कई ऑपरेशनल, स्टाफ व कमांड के पदों पर नियुक्ति हुई है।

वाइस एडमिरल अजेंद्र बहादुर सिंह ने मद्रास विवि के अलावा यूनाइटेड किंगडम क्रेनफील्ड विवि से ग्लोबल सिक्यूरिटी पर मास्टर डिग्री हासिल की है। उन्होंने मिसाइल युक्त भारतीय नौसेना के शीप वीर, विंध्यागिरी फ्रिगेट के साथ एयरक्राफ्ट कैरियर विराट को भी कमांड किया है। श्रीलंका के ऑपरेशन पवन, पश्चिमी समुद्री सीमा में चले ऑपरेशन पराक्रम का भी उनको अनुभव है । वर्ष 2014 में आए सुपर साइक्लोन हुदहुद नौसेना की पूर्वी फ्लीट का नेतृत्व किया। भारतीय नौसेना के आत्मनिर्भर शिपबिल्डिंग प्रोजेक्ट में भी वाइस एडमिरल सिंह ने अहम भूमिका निभायी है। विभिन्न पदों पर रहते उनको सेना की तीनों विंग में काम करने का अवसर मिला है।

'कैप्टन मनोज पांडेय यूपी सैनिक स्कूल ने थलसेना को कई बेहतरीन कमांडिंग इन चीफ दिए हैं। यह गर्व की बात है कि नौसेना में पहली बार यहां के पूर्व छात्र कैडेट रहे वाइस एडमिरल अजेंद्र बहादुर सिंह ईस्टर्न नेवल कमांड के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ बने हैं।' -