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लखनऊ : नकली दवाओं के 10 सौदागर गिरफ़्तार ,  रेमडेसिविर 218 इंजेक्शन, 2.38 लाख से अधिक रुपये बरामद

लखनऊ : नकली दवाओं के 10 सौदागर गिरफ़्तार , रेमडेसिविर 218 इंजेक्शन, 2.38 लाख से अधिक रुपये बरामद

लखनऊ : राजधानी में मानकनगर, नाका और अमीनाबाद पुलिस ने नकली दवाओं के ऐसे 10 सौदागरों को धर दबोचा। पुलिस ने उनके पास से 218 इंजेक्शन, 2.38 लाख से अधिक रुपये, बिक्री में प्रयुक्त बाइक और स्कूटी समेत तीन वाहन बरामद किए हैं। खास बात यह है कि पकड़े गए आरोपितों में अधिकतर केजीएमयू, लॉरी, क्वीनमेरी के मेडिकल स्टाफ और दो दवा व्यापारी है। पुलिस ने बताया कि गिरोह का नेटवर्क कई जनपदों में फैला है। उसकी भी पड़ताल की जा रही है।


एडीसीपी मध्य चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि पकड़े गए आरोपितों में अलीगंज मुसाफिर खाना सुलतानपुर निवासी विकास दुबे (नर्सिंग तृतीय वर्ष का छात्र केजीएमयू), कौशल शुक्ला निवासी सीतापुर रोड खदरा (सीतापुर से डी फार्मा कोर्स कंप्लीट कर चुका है), अजीत मौर्या निवासी गेंदी पन्नुगंज सोनभद्र (केजीएमयू लारी के ओटी में टेक्नीशियन), राकेश तिवारी निवासी शंकरपुर देहात कोतवाली बलरामपुर (केजीएमयू के क्वीनमेरी अस्पताल में स्टाफ नर्स) है। इनके पास से 91 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन, चार मोबाइल फोन, एक स्कूटी और 5250 रुपये बरामद किए गए हैं।





वहीं अमीनाबाद इंस्पेक्टर आलोक कुमार राय ने नजीराबाद चौकी के पास शुक्रवार दोपहर रेमडेसिविर इंजेक्शन की डिलीवरी देने पहुंचे आमिर अब्बास निवासी कश्मीरी मोहल्ला सआदतगंज और सौरभ रस्तोगी निवासी नारायण दास लेन यहियागंज को गिरफ्तार किया। पुलिस ने उनके पास से इंजेक्शन बिक्री के 39 हजार रुपये और 11 नकली इंजेक्शन बरामद किए हैं। इंस्पेक्टर ने बताया कि आमिर अब्बास का बाजारखाला में मेडिकल स्टोर है और सौरभ रस्तोगी का पुरानी मेडिसिन मार्केट में दवा का काम है। दोनों ने पूछताछ में बताया कि उन्हें एक दवा कंपनी का एमआर इंजेक्शन उपलब्ध कराता था। इंजेक्शन को प्रजर्व करके फोरेंसिक साइंस लैब में जांच के लिए भेजा गया है।

 वहीं, नाका पुलिस ने केजीएमयू के संविदा कर्मी रामसागर समेत चार लोगों को रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए गिरफ्तार किया। उनके पास से 116 इंजेक्शन, 194310 रुपये और तीन बाइक बरामद की हैं। एडीसीपी पश्चिमी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पकड़े गए आरोपितों में राम सागर निवासी कंजलपुर मनकापुर गोंडा (संविदाकर्मी केजीएमयू), अमनदीप मदान निवासी राजाजीपुरम सेक्टर ई (स्कोप हास्पिटल का कर्मचारी), अंकुर वैश्य निवासी मोहनलालगंज बनियाखेड़ा, अंशु गुप्ता निवासी हरदोई संडीला राजा का हाता है। इन्हें बाराबंकी निवासी रितांशु मौर्या इंजेक्शन उपलब्ध कराता था। एक इंजेक्शन 25 हजार रुपये में बेचते थे।


 इंस्पेक्टर नाका मनोज कुमार मिश्रा ने बताया कि आरोपितों को चारबाग मेट्रो स्टेशन के पास से पकड़ा गया है। यह इंजेक्शन की डिलीवरी देने आए थे। रामसागर और अमनदीप को इंजेक्शन की सप्लाई रितांशु देता था। यह लोग फोन पर रोटी और लंच बाक्स के कोट में बात करते थे। अगर चार इंजेक्शन की डिलीवरी देनी होती थी तो यह लोग आपस में कहते थे कि लंच बाक्स में चार रोटी चाहिए। फिर एक आदमी बाइक इंजेक्शन लेकर डिलीवरी देने जाता था। इंजेक्शन को जांच के लिए भेजा गया है। गिरोह के सरगना की तलाश की जा रही है।