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प्रयागराज : 10 करोड़ के घोटाले में कई और पर कसेगा शिकंजा, फर्म और ट्रक मालिकों के बारे में जानकारी जुटा रही ईडी

प्रयागराज : 10 करोड़ के घोटाले में कई और पर कसेगा शिकंजा, फर्म और ट्रक मालिकों के बारे में जानकारी जुटा रही ईडी

प्रयागराज । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) 10 करोड़ के घोटाले में कई और पर शिकंजा कसेगा। इसकी तैयारी शुरू हो चुकी है। ईडी की टीम मामले में आरोपितों के अलावा उन फर्म और ट्रक मालिकों के बारे जानकारी जुटा रही है, जिनकी आड़ में फर्जीवाड़ा किए जाने की बात कही जा रही है। साथ ही नामजद अभियुक्तों की चल व अचल संपत्ति को अटैच करने की कार्रवाई भी होगी। ईडी की इस कार्रवाई से घोटाले में शामिल और इससे जुड़े लोगों में खलबली मच गई है।





ईडी प्रयागराज की इकाई ने दो दिन पहले गोल्फ इंटरप्राइजेज के मालिक समेत 14 लोगों के खिलाफ मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया था। इस मामले की पड़ताल शुरू हो गई है। सूत्रों का कहना है कि गोल्फ इंटरप्राइजेज नामक कंपनी केवल कागज पर चल रही थी, यह बात वाणिज्यकर विभाग के अधिकारियों की जांच में साफ हो चुकी है। छानबीन के दौरान यह भी पता चला था कि लखनऊ, अलीगढ़ जैसे कई शहरों में स्थित पान मसाला, गुटखा व जर्दा की पैकेङ्क्षजग मैटेरियल फर्म का भी गोल्फ इंटरप्राइजेज से संबंध रहा है। साथ ही कई ट्रक मालिक भी फर्जी तरीके से माल ढुलाई का बिल बनवाते थे। इस तरह घोटाला करने के लिए एक साजिश के तहत संगठित तरीके से काम किया गया। 


गोरखपुर वाणिज्य कर विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर विनय कुमार पांडेय ने 20 नवंबर 2018 को खोराबार थाने में गाजियाबाद निवासी गोल्फ इंटरप्राइजेज के मालिक अरुण सक्सेना, गोरखपुर के सूरज राजपूत, रंजीत कुमार, रवि ङ्क्षसह, गौतमबुद्ध नगर के सत्य प्रकाश, हरियाणा के रमेश चंद्र, नोएडा के प्रदीप चौहान, बिहार के मानिक कुमार चटर्जी, हरदोई के सुदामा बाजपेयी, साउथ दिल्ली के हरप्रीत रैना, कुशी नगर के राघव सैनी, पटना के मुकेश कुमार झा, नई दिल्ली के मनोज यादव और बमरौली प्रयागराज के लक्ष्मीकांत के खिलाफ केस दर्ज कराया था। उसी एफआइआर को आधार बनाते हुए अब ईडी ने मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया है।