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ताजमहल हो या कुतुबमीनार, 15 मई तक नहीं कर सकेंगे दीदार, जानिए किन स्मारकों पर लगा कोरोना का ताला

ताजमहल हो या कुतुबमीनार, 15 मई तक नहीं कर सकेंगे दीदार, जानिए किन स्मारकों पर लगा कोरोना का ताला

नई दिल्ली । देशभर में विस्फोटक अंदाज में तेजी से फैलते कोरोना वायरस के चलते भारत सरकार ने एक अहम फैसला लेते हुए देश के सभी स्मारकों, साइट्स और म्यूजियम में 15 मई 2021 तक के लिए आम लोगों की एंट्री बैन कर दी है. चाहे वह ताजमहल हो या कुतुबमीनार, आप यहां तय समय तक घूमने नहीं जा सकेंगे. हालांकि, यह बैन सिर्फ एएसआई (ASI) के तहत देखरेख वाले स्मारकों, साइट और म्यूजियम लागू है. 

कोरोना के कारण बीते साल भी एएसआई की देखरेख वाले ऐसे सभी स्मारकों को बंद करना पड़ गया था. ताजमहल को बीते साल 17 मार्च से बंद कर दिया गया था. देश और दुनियाभर से हर साल ताजमहल को देखने करोड़ों टूरिस्ट आते हैं.

दिल्ली का कुतुबमीनार एक बेहद खास स्मारक है. सामान्य दिनों में यहां हर साल करीब 40 लाख से भी ज्यादा टूरिस्ट घूमने आते हैं. इसे विक्टरी टावर के तौर पर बनाया गया था.

मुंबई के नजदीक स्थित एलिफेन्टा की गुफाएं भी कोरोना के चलते बंद है. यहां 15 मई के बाद या अगली सूचना के बाद ही देख सकेंगे. यह रॉक आर्ट का अद्भुत स्मारक है.

 

हिमाचल प्रदेश में मंडी के आस-पास स्थित हिडिम्बा देवी मंदिर के दर्शन भी आप नहीं कर सकेंगे. एएसआई की देखरेख वाला यह मंदिर काफी पॉपुलर है. मई से सितंबर के बीच यहां घूमने का सबसे सही समय है.  

गुजरात के मोढेरा में मौजूद सूर्य मंदिर जो काफी पॉपुलर है, टूरिस्ट वहां 15 मई तक घूमने नहीं जा सकेंगे. यहां अंदर में एक म्यूजियम भी है. नवंबर से फरवरी के बीच यहां घूमने का सही समय है.

मध्य प्रदेश के सांची में मौजूद बौध स्मारक में टूरिस्ट या आम लोगों की एंट्री बंद हो गई है. नवंबर से अप्रैल के बीच यहां घूमने जाने का सही समय है. 



दिल्ली में मौजूद हुमायूं का मकबरा भी बंद कर दिया गया है. भारत सरकार के फैसले के बाद 15 मई तक यहां किसी की आवाजाही नहीं होगी. नवंबर से मार्च महीने के बीच यहां घूमना बेहतर है.