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कौशांबी : कल यानि 9 अप्रैल से शुरू होगा मतदान कर्मियों की प्रशिक्षण, तेज हुई तैयारी
कौशांबी । मतदान कार्मिकों का प्रशिक्षण नौ अप्रैल से शुरू होगा। नवीन मंडी ओसा में इसकी तैयारी हो रही है। 13 अप्रैल तक प्रशिक्षण चलेगा। दो पालियों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। विभागार ड्यूटी लिस्ट भेज दी गई है। कर्मचारियों को इसकी जानकारी दी जा रही है।
नवीन मंडी ओसा में मतदान कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसकी तैयारी तेज हो चुकी है। ट्रेनिंग के दौरान मतदान कार्मिकों को किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके लिए वहां सारे इंतजाम किए जा रहे हैं। पेयजल से लेकर हवा आदि की व्यवस्था की जा रही है। मंगलवार को रेंडमाइजेशन हुआ था।
इसके बाद विभागवार कर्मचारियों की ड्यूटी लिस्ट निकाली गई। विभागों को जानकारी देकर उनको लिस्ट भी भेजी जा रही है। बुधवार को सभी विभागों को कर्मचारियों का ड्यूटी चार्ट भेज दिया गया। दो पालियों में कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। कोरोना को देखते हुए दो पालियों में प्रशिक्षण कराने का इंतजाम किया गया है, ताकि सामाजिक दूरी बनी रहे और कर्मचारी सुरक्षित रहें। कर्मचारियों को मास्क लगाकर ट्रेनिंग में जाना होगा।
नौ अप्रैल : पार्टी संख्या 1 से 250 तक प्रथम पाली
नौ अप्रैल : पार्टी संख्या 251 से 500 तक द्वितीय पाली
10 अप्रैल : पार्टी संख्या 501 से 750 तक प्रथम पाली
10 अप्रैल : पार्टी संख्या 751 से 1000 तक द्वितीय पाली
12 अप्रैल : पार्टी संख्या 1001 से 1250 तक प्रथम पाली
12 अप्रैल : पार्टी संख्या 1251 से 1500 तक द्वितीय पाली
13 अप्रैल : पार्टी संख्या 1501 से 1750 तक प्रथम पाली
13 अप्रैल : पार्टी संख्या 1751 से 1915 तक द्वितीय पाली
प्रशिक्षण हासिल करने के बाद मतदानकर्मी 28 अप्रैल को संबंधित ब्लॉक में पहुंचेंगे। प्रशिक्षण के लिए जो ड्यूटी चार्ट जारी हुआ है, उसमें किस कर्मचारी को किस ब्लॉक में चुनाव कराने के लिए जाना है, इसका जिक्र है। प्रशिक्षण के बाद वह 28 अप्रैल को संबंधित ब्लॉक में पहुंचेंगे और यहीं से वह बैलेट बाक्स व चुनाव सामग्री लेकर बूथों के लिए रवाना होंगे। 29 अप्रैल को मतदान होगा।
शिक्षामित्रों को चुनाव ड्यूटी के लिए मतदान अधिकारी तृतीय बनाया गया है। शिक्षामित्रों का कहना है कि इसके पहले उनकी हमेशा ड्यूटी मतदान अधिकारी द्वितीय पर लगती थी। अब बार उन्हें तृतीय बनाया गया है। यह गलत है। उनका कहना है कि शिक्षामित्रों में इसको लेकर नाराजगी है। कई शिक्षामित्रों पर इसे गलत बताते हुए अधिकारियों से शिकायत करने की बात कही है।