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मऊ : नोट से भी संक्रमण फैलने का डर, डिजिटल लेन -देन पर दें जोर- सीएमओ
मऊ : कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर से पूरे देश में हलचल मची हुई है। संक्रमण से बचने के लिए लोग मास्क के प्रयोग के साथ सैनिटाइजर का भी प्रयोग कर रहे है। कोरोना एक संचारी रोग का वायरस है। यह एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संचार के माध्यम से गुणात्मक रुप से फैल रहा है। ऐसे में नोट से भी इसके फैलने की आशंका बढ़ रही है। इससे बचाव के लिए एकमात्र उपाय है कि लोग ज्यादा से ज्यादा डिजिटल लेनदेन पर जोर दें।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सतीशचंद्र सिंह ने बताया कि नोट और सिक्कों पर सबसे ज्यादा वायरस और गंदगी के संवाहक होते हैं, क्योंकि इनपर वायरस बड़ी ही आसानी से एक जगह से दूसरे जगह संचारित हो जाते हैं। वहीं एटीएम मशीन उनके बटन, दरवाजे, हेंडल, शीशा आदि किसी संक्रमित व्यक्ति द्वारा छुए जाने के बाद दूसरे स्वस्थ व्यक्ति में कोरोना का वायरस संचारित हो सकता है। जहां तक हो सके डिजिटल पेमेंट ही करने का प्रयास करें। उसमें भी सबसे सुरक्षित क्यूआर या बारकोड है। दूसरा सुरक्षित तरीका यूपीआई द्वारा संबंधित दुकानदार के खाते में डिजिटल ट्रांसफर करके अपने आपको कोरोना के संकट से अपने आपको बचाने का प्रयास किया जा सकता है।
इसके अलावा अन्य सभी विकल्प में अपनाए जाने के बाद भी हाथों को तुरंत सैनिटाइज करते रहना चाहिए। अगले सात दिनों तक इसके फैलाव को कम करने के लिए केवल डिजिटल पेमेंट का आदत डालें। वर्तमान समय में हर आदमी की जिदगी बाजार से जुड़ी हुई है। हम सभी को बाजार जा जाने के बाद वहां पर केवल अपनी जरूरत की वस्तुओं को छूना या उठाना चाहिए। उसे अपने झोले में रखना चाहिए सामानों को छूने के बाद हाथों को चेहरे और आंख नाक नहीं छूना चाहिए।