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UP : चित्रकूट में एक सप्ताह के अंदर 250 अतिरिक्त बेड की हो व्यवस्था : 'नन्दी'
प्रयागराज । मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने मंगलवार को चित्रकूट जनपद की स्वास्थ्य सुविधाओं और कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए जिम्मेदार अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की। जिसमें उन्होंने चित्रकूट में मौजूद स्वास्थ्य सुविधाओं की सम्पूर्ण जानकारी लेते हुए अधिकारियों को एक सप्ताह के अंदर 250 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था करने का निर्देश दिए।
कहा कि कोरोना पॉजीटिव मरीजों के इलाज में व संक्रमण को रोकने की प्रक्रिया में किसी तरह की लापरवाही न बरती जाए। प्रदेश के नागरिक उड्डयन मंत्री व प्रभारी मंत्री चित्रकूट नन्दी ने चित्रकूट के जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ला व प्रभारी सीएमओ डॉ. इम्तियाज अहमद के साथ वर्चुअल बैठक कर स्वास्थ्य सेवाओं से सम्बंधित एक-एक मुद्दे पर सवाल करते हुए गहन समीक्षा की।
प्रभारी सीएमओ व जिलाधिकारी ने बताया कि चित्रकूट जनपद में इस समय करीब 350 बेड की व्यवस्था है। प्रतिदिन करीब 125 पॉजीटिव केस के मामले आ रहे हैं।
मंत्री नन्दी ने पूछा कि कोरोना से अब तक कितनी मौत हुई? तो अधिकारियों ने बताया कि पिछले वर्ष से लेकर अब तक 18 मौत हुई है, जिनमें इस बार की संख्या चार है। आईसीयू और वेंटीलेटर बेड की क्षमता के बारे में पूछे जाने पर बताया गया कि 10 वेंटीलेटर और 10 आईसीयू क्रियाशील हैं। निजी चिकित्सालयों के बारे में पूछे जाने पर प्रभारी सीएमओ ने बताया कि चित्रकूट में एक भी निजी चिकित्सालय अनुमन्य नहीं है।
केवल एल-2 हॉस्पीटल ही उपलब्ध है। एल-3 की स्थिति में मरीज को बांदा या प्रयागराज भेजा जाता है। मंत्री ने डीएम और एसएसपी को एक सप्ताह के अंदर 250 बेड बढ़ाने का निर्देश दिया। प्रभारी सीएमो ने बताया कि आरके सिंह पटेल इंस्टीट्यूट रघौली और आईटीआई भांगा शिवरामपुर में जल्द ही 100-100 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की जा रही है। प्रतिदिन करीब 500 आरटीपीसीआर की जांच कराई जा रही है।
मंत्री ने होम आईसोलेशन में इलाज करा रहे लोगों की संख्या और ईलाज के बारे में जानकारी ली। बताया गया कि कुल 972 मरीज इस समय आइसोलेशन में हैं। जिनकी टीम के जरिये निगरानी की जा रही है। मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं और सेवाओं को और बेहतर बनाए जाने की जरूरत है। आक्सीजन सिलेंडर के लिए लोगों को परेशान न होना पड़े इसका विशेष ध्यान रखा जाए। प्रभारी सीएमओ ने बताया कि अभी आठ दिन के लिए आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध है। इस दौरान जिलाधिकारी शुभ्रांत शुक्ला में अस्पतालों में मैन पॉवर की कमी से अवगत कराया।