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वाराणसी : सीएम योगी ने कोविड कमांड कंट्रोल का किया निरीक्षण , कोरोना की दूसरी लहर काफी तेज, मेडिकल फैसिलिटी को भी तेज करें
वाराणसी । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कोविड-19 से बचाव व चिकित्सा व्यवस्थाओं की समीक्षा करने वाराणसी पहुंचे। उन्होंने कहा कि दूसरी लहर की तीव्रता अधिक है, इसके लिए मानसिक रूप से तैयार हो जाएं। मेडिकल फैसिलिटी तीव्रता से बढ़ाएं। पिछले साल अप्रैल-मई जैसी व्यवस्थाएं और सुविधाएं बहाल करें। जनरल ओपीडी को कंट्रोल करें। उसमें सीमित मरीज बुलाएं। एक भी संक्रमित ओपीडी में पहुंचा तो ज्यादा परेशानी बढ़ा सकता है। टेली कंसल्टेंसी सुविधा शुरू करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉक्टर निश्चित समय पर बैठे, फोन से मर्ज के बारे में दवा बताएं। घर बैठे लोगों को चिकित्सकीय सुविधा टेली कंसलटेंसी से उपलब्ध हो। प्राइवेट हॉस्पिटल जो कोविड में बदले थे उन्हें पुनः सक्रिय किया जाए। प्राइवेट हॉस्पिटल के आरटी पीसीआर टेस्ट, एंटीजन टेस्ट व कोविड चिकित्सा के रेट तय करें।
मुख्यमंत्री ने यह भी आगाह किया कि कोविड टेस्ट करने वाली पैथोलॉजी द्वारा फेक रिपोर्ट पाई जाने पर संस्थान सील कर कार्यवाही होगी और उन्हें ब्लैक लिस्ट भी किया जाएगा। ऐसी विषम परिस्थितियों में मानवता दिखाने का अवसर है। यदि कोई मनमानी करता है, मरीजों का दोहन करता है तो उस पर कार्यवाही होगी।
मेडिकल स्टाफ और फ्रंटलाइनर खुद को बचाएं
इस समय कोरोना तीव्रता से बढ़ रहा है। इसमें स्वयं स्वास्थ्य कर्मी, कोरोना वैरीयर्स, पुलिस, प्रशासन अपने को भी बचाएं। कांट्रैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाएं और सभी की टेस्टिंग हो। व्यवस्था होने पर व्यक्ति होम आइसोलेशन में रहे अन्यथा अस्पताल में भर्ती हो। एल-3 व एल-2 के पर्याप्त 1000 से अधिक बेड हैं, इन्हें और बढ़ाया जाए। वाराणसी में पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित बिहार के लोग भी इलाज को आते हैं, मानवता में किसी को मना नहीं करना है।
महाराष्ट्र व पंजाब की स्थिति अच्छी नहीं है। लोग वापस घरों को लौटने लगे हैं। स्पेशल ट्रेन चलेगी। रेलवे व बस स्टेशनों पर एंटीजन टेस्ट की सुविधा बहाल की जाए। ग्राम पंचायतों व नगर निकायों में निगरानी समितियां बनाये। उन्हें थर्मामीटर, सैनिटाइजर, ऑक्सीमीटर आदि दें। बाहर से आने वाले व्यक्ति पर निगाह हो उसका टेस्ट कराएं।
पहले की तरह पुनः एंबुलेंस डेडीकेटेड कोविड के लिए कर ली जाए। इस समय वाराणसी में 18 एंबुलेंस उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री ने इसे बढ़ाकर 25 करने का निर्देश दिया। कंटेनमेंट जोन लागू करें। सिविल डिफेंस, एनसीसी, होमगार्ड्स एवं पीआरडी जवान को इसमें लगाएं। मुख्यमंत्री ने रात्रि के 9 बजे से सुबह 6 बजे तक कोरोना कर्फ्यू के नाम से प्रचारित करने पर बल दिया। स्वच्छता, सैनिटाइजेशन का कार्य गत अप्रैल-मई 2020 की तरह युद्ध स्तर पर किया जाए।
सीनियर और विशेषज्ञ डाक्टर भी वार्ड में जाएं
मुख्यमंत्री ने बीएचयू से उनके संसाधनों व चिकित्सा सुविधा की जानकारी ली और अपेक्षा की कि सीनियर व विशेषज्ञ डॉक्टर भी अस्पताल के वार्डों में जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि बनारस में कोरोना के दूसरे चरण के लिए तेजी से चिकित्सा सुविधाओं को बहाल कर क्रियान्वयन शुरू कर दिया गया है। इसे और बढ़ाते हुए लोगों को बचाव के प्रति जागरूक करने पर जोर दिया।
बैठक में उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं जनपद के प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन, कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी, विधायक डॉ अवधेश सिंह, विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह, एडीजी बृजभूषण, आईजी एस के भगत, कमिश्नर दीपक अग्रवाल, पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश सहित बीएचयू एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
बीएचयू के केंद्रीय सभागार में कोविड-19 से से बचाव एवं चिकित्सा व्यवस्था की समीक्षा बैठक करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना महामारी के दौरान वाराणसी स्मार्ट सिटी द्वारा संचालित काशी इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने काशी इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में उपलब्ध सभी सेवाओं को देखा एवं इस पर पैनी नजर रखे जाने का मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देशित किया।