कोलकाता । कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में 15 दिवसीय लॉकडाउन लागू होने के कारण राज्य में सड़कें सुनसान रहीं और केवल आवश्यक सामान ले जाने वाले वाहन सड़कों पर देखे गए। बसें और अन्य यात्री वाहन सड़कों से नदारद रहे और अनावश्यक वस्तुओं की दुकानें बंद रहीं। किराने की दुकानों के बाहर और स्थानीय बाजार में कुछ लोगों को मछलियां खरीदते देखा गया। राज्य में लॉकडाउन के दौरान तीन घंटे आवश्यक वस्तुओं की बिक्री की अनुमति दी गई है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि लॉकडाउन संबंधी नियमों के बारे में जागरुकता पैदा करने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कोलकाता में मेट्रो सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं, जिसके कारण अग्रिम मोर्चे के कई कर्मियों को काम पर जाने में दिक्कत का सामना करना पड़ा।
देश में जारी कोरोना कहर के बीच पश्चिम बंगाल में भी कंप्लीट लॉकडाउन का ऐलान हो गया है। कोरोना के बढ़ते मामलों को थामने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में 16 मई से 30 मई तक कंप्लीट लॉकडाउन लगा दिया है। इस दौरान अब अनिवार्य सेवाओं को छोड़कर सभी गतिविधियों पर पाबंदी रहेंगी। स्कूल-कॉलेज समेत सभी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे।
बंगाल में 16 मई से शुरू हो रहे 15 दिन के पूर्ण लॉकडाउन के दौरान निजी वाहन, टैक्सियों, बसों, मेट्रो ट्रेनों के संचालन की इजाजत नहीं होगी। कंप्लीट लॉकाडाउन के दौरान बंगाल में जरूरी सेवाओं के आलावा कुछ भी चालू नहीं रहेगा और इनसे जुड़े लोगों को ही यात्रा करने की छूट रहेगी। बंगाल में शादियों में सिर्फ 50 लोगों के शामिल होने की अनुमति है जबकि अंतिम संस्कार में अदिकतम 20 लोग शामिल हो सकेंगे। साथ ही धार्मिक स्थलों को भी बंद कर दिया गया है।
आदेश के मुताबिक, बंगाल में राशन जैसे जरूरी सामानों की दुकानें सुबह 7 बजे से लेकर 10 बजे तक ही खुलेंगी, जबकि मिठाई की दुकानें सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक खुलेंगी। रविवार को ये दुकानें पूरी तरह से बंद रहेंगी। हालांकि, पेट्रोल पंप खुले रहेंगे और बैंकों को सुबह 10 बजे लेकर दोपहर 2 बजे तक खोलने की अनुमति होगी।
पश्चिम बंगाल में शनिवार को संक्रमण के 19,511 नए मामले सामने आए तथा 144 और लोगों की संक्रमण से मौत हो गई।