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गोंडा : गांव में 16 लोगों की मौत, नाम के लिए हुए कोरोना टेस्ट, कुछ के ही लिए गए सैंपल
गोंडा । जिले में कोरोना महामारी कहर बनकर टूट रही है. हलधरमऊ गांव में अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है. बड़ी संख्या में हुईं मौतों के बाद गांव में दहशत का माहौल है. सोमवार को जिला प्रशासन ने एक्शन लेते हुए पूरे गांव को सील कर दिया. आज स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांव का दौरा करेंगी.
गांव के ज्यादातर लोग अब भी सर्दी, जुकाम और बुखार से पीड़ित हैं. लेकिन फिर भी सभी के कोरोना टेस्ट भी नहीं किए जा रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग ने खानापूर्ति के लिए सिर्फ दो से चार लोगों का ही टेस्टिंग कराई. जब गांव में फैल रही बीमारी की शिकायत की गई तब जाकर प्रशासन एक्टिव मोड में आया है.
गांव के लोग पहले से ही कोरोना के डर के साए में जी रहे हैं. वहीं अनपड़ डॉक्टरों से दवा लेने के अलावा उनके पास कोई दूसरा उपाय नहीं है. ये लोग अपने घरों में ही क्वारंटीन हो रहे हैं. गांव के प्रधान का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग को जब लोगों के बीमार होने की जानकारी दी गई तो उन्होंने बस कुछ ही लोगों की सैंपलिंग की. न तो गांव में सैानिटाइजेशन कराया गया है और न ही किसी को भी दवाइयां दी जा रही हैं.
हलधरमऊ के प्रधान के मुताबिक पंचायत चुनाव के दौरान बहुत से लोग दूसरे राज्यों से वोटिंग के लिए गांव में पहुंचे थे. उनके घरों में कोरोना की वजह से कई लोगों की मौत हो चुकी है. अप्रैल से अब तक 16 लोगों की जान जा चुकी है. हैरान कर देने वाली बात ये है कि करनैलगंज के एसडीएम के मुताबिक सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक सिर्फ चार लोगों की ही मौत हुई है.
उनका कहना है कि नॉर्मल तरीके से हुई मौतों को कोरोना का नाम नहीं दिया जा सकता. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मेडिकल कैंप के जरिए लोगों की जांच कराई जाएगी. वहीं गांव में सैनिटाइजेशन कराने के भी निर्देश जारी किए गए हैं.