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5 State Assembly Election Results 2021 LIVE : असम में CM सोनोवाल पीछे, बंगाल में शुभेंदु अधिकारी आगे
देश के 5 राज्यों (पश्चिम बंगाल, केरल, असम, पुडुचेरी और तमिलनाडु) में पिछले दिनों हुए विधानसभा चुनावों के नतीजे आज आएंगे. वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है. नतीजों के साथ ही पता चल जाएगा कि ममता बनर्जी बंगाल का किला बचाने में सफल हुईं या फिर बीजेपी ने वहां ‘खेला’ कर दिया. इसके साथ नजर असम पर भी है, जहां बीजेपी सत्ता बचाने की कोशिश कर रही है. इसके अलावा केरल, पुडुचेरी और तमिलनाडु के नतीजों पर भी नजर है.
केरल की बात करें तो वहां पिनराई विजयन की पार्टी LDF फिर सरकार बना सकती है, ऐसा तमाम एग्जिट पोल्स दावा कर रहे हैं. तमिलनाडु में DMK को सत्ता मिलने के चांस हैं. पुडुचेरी की सत्ता की चाबी कांग्रेस और बीजेपी में से किसे मिलेगी, यह भी आज पता चल जाएगा.
चुनाव आयोग के आधिकारिक रुझानों की बात करें तो केरल में CPI (M) एक सीट पर आगे है. यह सीट पलक्कड़ जिले की कोंगड है. वहीं बंगाल में टीएमसी एक सीट पर आगे है.
केरल में मेट्रोमैन ई श्रीधरन पोस्टल बैलेट में करीब 1400 वोटों से आगे चल रहे हैं. उन्हें बीजेपी ने अपना सीएम उम्मीदवार बताया है. केरल में फिलहाल 81 सीटों पर LDF, 55 सीटों पर UDF आगे है. वहां NDA 4 सीटों पर आगे.
पोस्टल बैलेट में नंदीग्राम से शुभेंदु अधिकारी सीएम ममता बनर्जी से आगे हो गए हैं. फिलहाल टीएमसी 87, बीजेपी 76 सीटों पर आगे है. इसके अलावा संयुक्त मोर्चा 4 सीटों पर आगे है.
असम में मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल फिलहाल पोस्टल बैलेट में पीछे चल रहे हैं. वह माजोली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. इसके अलावा फिलहाल NDA 17, UPA 12 सीटों पर आगे है. असम में विधानसभा की 126 सीटें हैं. इनमें से आठ अनुसूचित जाति और 16 अनुसूचित जनजाति के लिए रिजर्व हैं. पहले चरण में असम के 12 जिलों की 47 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान कराए गए थे. इनमें से 39 सीटों पर बीजेपी ने अपने प्रत्याशी उतारे थे और बाकी की सीटों पर उसकी सहयोगी असम गण परिषद के उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे थे. वहीं, कांग्रेस ने 43 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे.
पुडेचेरी जहां 30 सीटों पर वोटों की गिनती जारी है वहां UPA 4 और NDA गठबंधन 5 सीटों पर आगे है. पुडुचेरी में पिछले महीने कांग्रेस नीत सरकार के गिरने के बाद राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था. पार्टी के कई विधायकों और द्रमुक के एक विधायक के हाल में इस्तीफा देने के बाद उनकी सरकार अल्पमत में आ गई थी. मुख्यमंत्री के इस्तीफा देने के बाद सदन में सरकार गठन का दावा पेश नहीं हो पाया, लिहाजा उपराज्यपाल ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से केंद्र शासित प्रदेश की विधानसभा को भंग करने की सिफारिश की और मंत्रिमंडल ने इसे मंजूरी दे दी.