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वाराणसी : पुलिस कमिश्नर के हेल्पलाइन पर अब तब 84 शिकायत , आपदा काल में दवा भेज कर दारोगा ने पेश की मिसाल
वाराणसी । कोरोना महामारी के दौरान आक्सीजन व दवाओं की कालाबाजारी की शिकायत के लिए जारी हेल्प लाइन नंबर शिकायतों में कमी हुई है। पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने 24 अप्रैल की शाम दवाओं व अस्पतालों में निर्धारित शुल्क से ज्यादा वसूलने वालों पर सख्ती करने के लिए 9454405426 हेल्प लाइन नंबर जारी किया था। जारी किए गए नंबर पर अब तक 84 शिकायतें मिली हैं।
दवाओं व निजी अस्पतालों की मनमानी को रोकने के लिए नोडल अधिकारी डीसीपी आदित्य लांग्हे को नियुक्त किया गया है। पहले दिन कोविड के 25 शिकायतें निजी अस्पतालों से संबंधित आईं थी। दूसरे दिन रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी व कोरोना जांच में निर्धारित शुल्क से अधिक रुपये लेने की 16 शिकायत मिली थीं। तीसरे दिन सिर्फ 12 शिकायतें मिलीं। इसके बाद से शिकायत के आकड़े कम होने लगे है। कालाबाजारी करने के मामले में अब तक पुलिस ने तीन आरोपितों गिरफ्तार किया है। नोडल अधिकारी आदित्य लांग्हे ने बताया कि छह ऐसी शिकायतें मिली हैं जिसमें निर्धारित शुल्क से अधिक रुपये लेकर कम के बिल दिए हैं। उनकी जांच कर उसके संबंधित विभागों को चली जाएगी। इसके बाद उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
संक्रमण काल में पुलिस कमिश्नरेट की टीम जनसहयोग की भावना लेकर मजबूर, असहाय और जरूरतमंद लोगों की मददगार बन रही है। इसी क्रम में रविवार को रोडवेज पुलिस चौकी प्रभारी मिर्जा रिजवान बेग ने कोविड के मरीज को जीवन रक्षक दवा भेजकर इंसानियत की मिसाल पेश की। रविवार को गोरखपुर के वैभव सिंह ने ट्वीट कर अपने संक्रमित माता- पिता की दवा के लिए गुहार लगाई।
भाजपा काशी क्षेत्र के आइटी सेल प्रभारी शशि कुमार ने त्वरित कार्यवाही करते हुए ट्विटर हैंडलर से संपर्क किया। इसके बाद उन्होंने चितईपुर पुलिस चौकी प्रभारी अर्जुन सिंह से मोबाइल फोन पर वार्तालाप किया। कोविड-19 संक्रमण में कारगर दवा फेबीफ्ल्यू का प्रबंध कर लिया। हालांकि दवा को अविलंब गोरखपुर भेजने की व्यवस्था कर पाना थोड़ा मुश्किल साबित हो रहा था। लिहाजा, आइटी सेल प्रभारी शशि कुमार ने रोडवेज पुलिस चौकी प्रभारी मिर्जा रिजवान बेग से अनुरोध किया। शाम तीन बजे तक कैंट बस स्टैंड से गोरखपुर जाने वाली बसें लगभग निकल चुकी थी। मिर्जा रिजवान बेग ने फौरन फैंटम भेजकर स्टैंड से निकल चुकी गोरखपुर जाने वाली बस को रोक लिया। वहां पहुंचे चौकी प्रभारी ने परिचालक को दवा का पैकेट देकर उसे जरूरतमंद व्यक्ति को सौंपने का निर्देश दिया।