आगरा । कोविड महामारी की दूसरी लहर ज़िंदगी को निर्ममता से लील रही है। मानवता कराह रही है और दानवता नंगा नाच कर रही है। ऐसे में, ऑक्सीजन सिलेंडरों, रेमडेसिविर इंजेक्शनों व अन्य जीवन रक्षक दवाओं की कालाबाजारी के साथ-साथ कुछ निजी अस्पतालों द्वारा मरीजों से अवैध रूप से मोटी रकम वसूले जाने की शिकायतें निरंतर मिल रही हैं।
प्रदेश सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता राजा अरिदमन सिंह ने बुधवार को महामारी के इन डकैतों के विरुद्ध कड़ी धाराओं में मुकदमा दर्ज किए जाने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि महामारी की आपदा में ब्लैक मार्केटिंग और ओवर चार्ज करने वाले लोगों की इंसानियत मर गई है। ऐसे लोग मानवता के लिए काला धब्बा और अभिशाप हैं। ऐसे निजी अस्पतालों और दवा विक्रेताओं को चिन्हित करके इनके विरुद्ध कड़ी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि एक ओर सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर्स, नर्स, वार्ड बॉय और अन्य पैरा मेडिकल स्टाफ अपनी जान को जोखिम में डालकर आमजन की प्राण रक्षा में दिन-रात लगा हुआ है, वहीं दूसरी ओर कुछ निजी अस्पताल अपने संवेदनहीन और शोषण पूर्ण रवैये से पूरे चिकित्सक समुदाय को बदनाम करने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि चंबल के बागियों को डकैत कहा जाता था पर सही मायने में तो डकैत ये लोग हैं।